नयी दिल्ली 24 मार्च (वार्ता) कोरिया के मुंगयोंग में आयोजित एशियाई हॉकी महासंघ (एएचएफ) कांग्रेस के दौरान सर्वश्रेष्ठ हॉकी इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एएचएफ पुरस्कार जीतने पर हॉकी इंडिया ने शुक्रवार को ओडिशा राज्य सरकार को बधाई दी।
ओडिशा के राउरकेला में दुनिया का सबसे बड़ा बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अविश्वसनीय प्रयासों के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसमें एक ओलंपिक शैली का हॉकी गांव भी है।
भारतीय स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के नाम पर सुरम्य स्टेडियम, राज्य के हॉकी बेल्ट में बीजू पटनायक प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर के अंदर 50 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। यह 15 महीने के रिकॉर्ड समय में बनाया गया था और इसमें व्यायामशाला, रिकवरी सेंटर और हॉकी विलेज के अलावा दो एफआईएच स्वीकृत हॉकी टर्फ हैं, जिसमें 200 से अधिक कमरे हैं।
बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में 20,111 बकेट सीटों की बैठने की क्षमता है। इसके साथ एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप 2023 भुवनेश्वर-राउरकेला के दौरान भारत और प्रतिद्वंदी टीमों के मैचों के दौरान स्टेडियम में दर्शकों से खचाखच भरा रहा। हाल ही में आयोजित एफआईएच हॉकी प्रो लीग में भी जहां भारत विश्व चैंपियन जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैचों में बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम हाउसफुल रहा।
अन्य श्रेणियों में भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों को भी वर्ष 2022-23 में उनके प्रदर्शन के लिए क्रमशः एएचएफ सर्वश्रेष्ठ अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। दोनों टीमें एफआईएच विश्व रैंकिंग में सर्वोच्च रैंक वाली एशियाई टीमें बनी हुई हैं, जिसमें भारतीय पुरुष नंबर चौथे और भारतीय महिलाएं टीम दुनिया में आठवें स्थान पर रही है।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में रजत पदक, एशिया कप जकार्ता 2022 में कांस्य पदक जीता और एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2021-22 में तीसरे स्थान पर रही। वर्तमान में प्रतिष्ठित लीग के चल रहे सत्र में पूल तालिका में शीर्ष पर बनी हुई है जबकि भारतीय महिला हॉकी टीम ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा, इसके बाद स्पेन के वेलेंसिया में एफआईएच नेशंस कप में सनसनीखेज खिताबी जीत हासिल की, जो एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2023-24 के लिए क्वालीफाइंग प्रतियोगिता थी।
भारतीय पूर्व कप्तान अजीत पाल सिंह ने 1975 में मलेशिया के कुआलालंपुर में आयोजित विश्व कप जीत के लिए भारतीय पुरुष टीम का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया, उन्हें खेल में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए एएफएफ अश्विनी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पंजाब के संसारपुर गाँव के 75 वर्षीय दिग्गज ने 1968 के मैक्सिको सिटी ओलंपिक और 1972 के म्यूनिख ओलंपिक से दो ओलंपिक कांस्य पदक भी जीते हैं। विश्व कप स्वर्ण के अलावा उन्होंने 1973 के एम्स्टर्डम विश्व कप में एक रजत और 1971 के बार्सिलोना विश्व कप में कांस्य पदक जीता है।
ओडिशा राज्य सरकार के साथ-साथ भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों और अजीत पाल सिंह को बधाई देते हुए हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. दिलीप टिर्की ने कहा, “यह वास्तव में हमारे लिए एक गौरव का अवसर है क्योंकि एशियाई हॉकी महासंघ ने ओडिशा राज्य सरकार के प्रयासों को मान्यता दी है जिन्होंने एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप 2023 भुवनेश्वर-राउरकेला की सफलतापूर्वक मेजबानी करने में प्रमुख भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम विश्व हॉकी को एक अनमोल उपहार है।
डॉ टिर्की ने कहा, “मैं भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम को क्रमश: एएचएफ बेस्ट अचीवमेंट अवार्ड जीतने पर भी बधाई देता हूं। दोनों टीमों में जबरदस्त क्षमता है और मुझे यकीन है कि युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस), भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) और ओडिशा राज्य सरकार के निरंतर समर्थन से दोनों टीमें दुनिया में वांछनीय परिणाम हासिल करना जारी रखेंगी। मुझे इस बात की भी खुशी है कि एएचएफ ने पूर्व भारतीय कप्तान अजीत पाल सिंह को खेल में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए एएचएफ अश्विनी पुरस्कार से सम्मानित किया। श्री अजीत पाल सिंह को मेरी बधाई।”
उप्रेती प्रदीप
वार्ता