मुम्बई, 18 मई (वार्ता) भारत के पूर्व कोच और कप्तान रवि शास्त्री ने कहा है कि वह युवा तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक को भारतीय दल में देखना पसंद करेंगे। शास्त्री का मानना है कि ज़रूरी नहीं कि उन्हें हर मैच खिलाया जाए, लेकिन टीम में रहने से इस युवा प्रतिभा को और उभरने व सुधरने में मदद मिलेगी।
क्रिकइंफ़ो के शो टी20 टाइमआउट हिंदी में बात करते हुए शास्त्री ने कहा, 'उमरान जैसे-जैसे और मैच खेलेंगे, वैसे और भी बेहतर होते जाएंगे। पेस का कोई सब्स्टीट्यूट नहीं होता है। जब तक उन्हें पहला विकेट नहीं मिलता तब तक वह बहुत कुछ प्रयोग करते हैं और इस चक्कर में ख़ूब रन भी देते हैं। लेकिन एक विकेट मिलने के बाद वह ख़तरनाक हो जाते हैं, सटीक लाइन-लेंथ पर निरंतर गेंदबाज़ी करते हैं और फिर गुच्छों में विकेट निकालते हैं।'
रवि ने आगे कहा, 'अगर इस प्रतिभा को और विकसित करना है तो मैं कहूंगा कि इसे हर सीरीज़ में भारतीय दल के साथ रखना चाहिए। वह अपने साथी अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ों जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ बहुत कुछ सीखेगा और अपनी कमियों को दूर कर सकता है। अगर उसे हम आईपीएल के बाद ऐसे ही छोड़ देते हैं तो वह भटक भी सकता है। उसके पास बहुत लोग सलाह देने वाले होंगे जिससे वह भ्रमित भी हो सकता है। इसलिए ज़रूरी है कि उसे भारतीय दल के साथ रखा जाए।'
मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ हुए मैच में उमरान ने बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए तीन विकेट लिए, जिसमें 12 डॉट गेंदें भी शामिल थीं। कुछ ख़राब दिनों को छोड़ दिया जाए तो उमरान ने इस आईपीएल में आग उगली है और लगातार 150+ की गति से गेंदबाज़ी करते हुए 21 विकेट लिए हैं।
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