चेन्नई, 11 मई (वार्ता) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 2000केएन सेमीक्रायोजेनिक इंजन के एक मध्यवर्ती विन्यास का पहला परीक्षण सफलतापूर्वक कर लिया, इसरो ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
इसरो ने जारी बयान में बताया कि यह परीक्षण बुद्धवार को तमिलनाडु के महेन्द्रगिरि में स्थित इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स (आईपीआरसी) में सेमीक्रायोजेनिक एकीकृत इंजन और स्टेज टेस्ट फैसिलिटी में आयोजित किया गया था।
इसरो के अनुसार, सफलतापूर्वक परीक्षण महज 15 घंटे की अवधि में आयोजित किया गया। इस दौरान इंजन के सभी हिस्सों ने समय से काम किया और परीक्षण सफल रहा।
इसरो के लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (एलपीएससी) ने भारतीय उद्योग की भागीदारी के साथ 2000 केएन थ्रस्ट के साथ एक सेमीक्रायोजेनिक इंजन के डिजाइन और विकास का कार्य किया है, जो भविष्य के लॉन्च वाहनों के बूस्टर चरणों को शक्ति प्रदान करेगा और लिक्विड ऑक्सीजन (एलओएक्स) मिट्टी के तेल प्रणोदक संयोजन पर काम करेगा।
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श्रद्धा, सोनिया
वार्ता