(जन्मदिन 01 फरवरी के अवसर पर)
मुंबई 31 जनवरी (वार्ता) बॉलीवुड में जैकी श्राॅफ का नाम उन गिने चुने अभिनेताओं में शुमार किया जाता है जिन्होंने लगभग तीन दशक से अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिल में आज भी एक ख़ास मुकाम बना रखा है।
जैकी श्राफ का जन्म 01 फरवरी 1957 को हुआ। उनका मूल नाम जयकिशन काकुभाई श्रॉफ है। वह मुंबई के वालकेश्वर इलाके में तीन बत्ती की एक चाल में रहा करते थे। फ़िल्मों में आने से पहले इन्होंने कुछ विज्ञापनों में एक मॉडल के रूप में काम किया।
अभिनेता और मॉडल बनने से पहले जैकी को जग्गु दादा के नाम से जाना जाता था। देवआनंद की फिल्म ‘स्वामी दादा’ (1982) की शूटिंग देखने जब जैकी श्रॉफ वहां पहुंचे तो वह भीड़ में अलग ही नजर आ रहे थे। देव साहब की नजर जैकी पर पड़ी। उन्होंने जैकी को बुलाया और एक छोटा सा रोल करने के लिए कहा। जैकी मान गए और इस तरह से पहली बार वे बड़े परदे पर नजर आएं। इस दौरान सुभाष घई की नजर जैकी श्राॅफ पर पड़ी जो उन दिनों हीरो बनाने की तैयारी कर रहे थे।
सुभाष घई को अपनी फिल्म हीरो के लिये रफ टफ छवि वाले कलाकार की जरूरत थी और उन्होंने जैकी श्राफ को हीरो के लिये चुन लिया। वर्ष 1983 में प्रदर्शित फिल्म हीरो में जैकी श्राफ ने एक मवाली गुंडे की भूमिका निभायी। फिल्म में उनका किरदार ग्रे शेड्स लिये हुये था बावजूद वह दर्शकों का प्यार हासिल करने में सफल रहे। हीरो टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी।
वर्ष 1986 में जैकी श्राॅफ को एक बार फिर से सुभाष घई के साथ कर्मा में काम करने का अवसर मिला। यूं तो यह फिल्म पूरी तरह दिलीप कुमार पर आधारित थी लेकिन उनके अभिनय को भी दर्शकों ने बेहद पसंद किया। इस फिल्म में जैकी श्राफ और अनिल कपूर की जोड़ी को दर्शकों ने बेहद पसंद किया।
वर्ष 1987 में प्रदर्शित फिल्म काश जैकी श्राॅफ के करियर की उल्लेखनीय फिल्मों में शामिल की जाती है। इस फिल्म के पहले धारणा थी कि जैकी केवल मारधाड़ और एक्शन से भरपूर फिल्म में हीं काम कर सकते है लेकिन इस फिल्म में उन्होंने संजीदा किरदार निभाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
वर्ष 1989 जैकी श्राॅफ के करियर के लिये महत्वपूर्ण वर्ष साबित हुया। इस वर्ष उनकी त्रिदेव, राम लखन और परिन्दा जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुयी। परिन्दा के लिये उनको दमदार अभिनय के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया। वहीं सुभाष घई की फिल्म राम लखन में एक बार फिर से जैकी और अनिल कपूर की जोड़ी ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
वर्ष 1993 में प्रदर्शित फिल्म 1942 ए लव स्टोरी और वर्ष 1995 में प्रदर्शित फिल्म रंगीला के लिये उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जैकी श्राॅफ के करियर में उनकी जोड़ी मीनाक्षी शेषाद्री और माधुरी दीक्षित के साथ काफी पसंद की गयी। उनकी स्टाइल और कुकिंग में काफी दिलचस्पी थी। उन्होंने ताज में शेफ के तौर पर काम सीखना चाहा परंतु डिग्री न होने के कारण वह ऐसा न कर सके। वह अच्छे कुक हैं और उनके द्वारा बनाया गया बैगन का भर्ता बॉलीवुड में खासा पसंद किया जाता है।
जैकी श्राफ ने दस भाषाओं में बनी दो सौ से ज्यादा फिल्मों में अभिनय के जौहर दिखाए हैं। उन्होंने हिंदी के अलावा गुजराती, तमिल, तेलगु, बंगाली, मलयालम, कन्नड़, मराठी, पंजाबी और उड़िया फिल्मों में भी अभिनय किया है। उनके करियर की उल्लेखनीय फिल्मों में कुछ अन्य है ..युद्ध, तेरी मेहरबानियां, शिवा का इंसाफ, दूध का कर्ज, इज्जत, 100 डेज, अंगार, खलनायक, आइना, शपथ, बार्डर, मिशन कश्मीर देवदास, धूम-3, औरंगजेब, हैप्पी न्यू ईयर, हाउसफुल-3, सरकार-3, पलटन आदि हैं।