कानपुर, 01 जनवरी (वार्ता) मुश्ताक अली टी-20 क्रिकेट ट्राफी के लिये कानपुर के ग्रीनपार्क मैदान पर पसीना बहा रही उत्तर प्रदेश की टीम के सामने शुक्रवार को उस समय अप्रिय हालात पैदा हो गये जब टीम के संभावितों में शामिल एक खिलाड़ी के परिजन मैदान पर आकर टीम प्रबंधन से उलझ पड़े।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) ने मुश्ताक अली टी-20 में चयनित 26 संभावित खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शिविर कमला क्लब में पिछले सोमवार को आयोजित किया था। शिविर शुरू होने के अगले दिन मंगलवार को टीम के खिलाड़ी अलमस शौकत कोरोना संक्रमित पाये गये जिसके बाद उन्हे आराम की सलाह देते हुये शिविर को बंद कर दिया गया था। हालांकि बाद में टीम के अन्य सभी 25 खिलाड़ी सुरक्षित पाये गये थे।
शुक्रवार दोपहर टीम के अंतिम 16 खिलाड़ियों के नाम की घोषणा होनी थी कि इसी बीच ग्रीनपार्क मैदान पर अलमस के पिता,भाई,बहन और साथ में यूपीसीए के एक पदाधिकारी मैदान पर पहुंच गये और सीनियर मैनेजर क्रिकेट ऑपरेशन श्रेयांश कार्तिकेय से उलझ गये। खिलाड़ी के परिजनों का आरोप था कि टीम प्रबंधन ने जानबूझ कर अलमस को कोरोना पॉजिटिव दिखाकर टीम से बाहर किया। उन्होने कहा कि आरटी-पीसीआर टेस्ट में अलमस की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है जबकि पिछली 29 दिसम्बर को खिलाड़ियों का एंटीजेन टेस्ट हुआ था जिसमें वह कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
टीम मैनेजर से हुयी तकरार के बीच कुछ लोग स्टेडियम का गेट बंद करने को कह रहे थे। उधर बात बढ़ती देख पुलिस को बुलाया गया जिसने संक्रमित खिलाड़ी के परिजनों को गेट से बाहर किया जिसके बाद टीम के अंतिम 16 खिलाड़ियों के नाम का एलान कर दिया गया। इस दौरान टीम के मुख्य प्रशिक्षक ज्ञानेन्द्र पांडेय और अन्य खिलाड़ी अलग रहे।
गौरतलब है कि मुश्ताक अली टी-20 ट्राफी के एलीट ग्रुप ए में शामिल उत्तर प्रदेश का पहला मुकाबला पंजाब से 10 जनवरी को होगा जिसके लिये टीम शनिवार को यहां से बेंगलुरु के लिये प्रस्थान करेगी। ग्रुप की अन्य टीमों में जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, रेलवे और त्रिपुरा शामिल हैं।
कानपुर के ग्वालटोली क्षेत्र निवासी अलमस प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अब तक 20 मैच खेलकर 1173 रन बना चुके हैं। वर्ष 2015 में अपने पदार्पण मैच में 25 वर्षीय बायें हाथ के बल्लेबाज ने शतक ठोक कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। वह यूपी की अंडर-16 और अंडर-19 टीम का भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
प्रदीप, शोभित
वार्ता