लखनऊ 02 अक्टूबर (वार्ता) ज्ञान विज्ञान से जुड़ी विभिन्न विधाओं और भाषाओं के साहित्य का अनूठा समागम आगामी 08 और 09 अक्टूबर को गुजरात के अहमदाबाद में होगा। इसके लिये सातवें ‘अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव 2022’ का मंच तैयार है।
अहमदाबाद इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल (एआईएलएफ) की ओर से रविवार को यहां जारी बयान के अनुसार साहित्य के इस अनूठे समागम में साहित्यकारों से इतर प्रशासनिक सेवा, कला एवं संगीत, सैन्य एवं पुलिस बल, पर्यावरण और पत्रकारिता सहित विभिन क्षेत्रों से जुड़े लोगों की साहित्य रचनाओं पर मंथन होगा। दो दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में भारत सहित विभिन्न देशों के तमाम विधाओं के 75 लेखक एक दूसरे के विचार और अनुभव साझा करेंगे।
एआईएलफ के निदेशक एवं अंग्रेजी साहित्यकार उमाशंकर यादव ने रविवार को यहां बताया कि पर्यावरण को समर्पित इस बार के साहित्य सम्मेलन में चर्चा और बहस के माध्यम से संवाद की सीमाओं को विस्तार दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि ‘डिस्कस, डिबेट, डीकंस्ट्रक्ट’ ध्येय वाक्य के साथ एआईएलएफ के सातवें सम्मेलन में साहित्य के माध्यम से उठायी जा रही वैश्विक चुनौतियों पर व्यापक चर्चा होगी। बेशक इसके केन्द्र में पर्यावरण संबंधी चुनौतियाें पर व्यापक विमर्श को रखा गया है।
गौरतलब है कि कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 में एआईएलएफ का पांचवें और छठे संस्करण का ऑनलाइन आयोजित हुआ था। दो साल बाद इस सम्मेलन भौतिक संस्करण आयोजित किया जा रहा है। जिसे वर्चुअल माध्यमों से भी दुनिया भर में देखा जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि भारत के प्रतिष्ठित और सामग्री-उन्मुख साहित्य उत्सव के रूप में विख्यात एआईएलएफ की इस साल पर्यावरण संकट को सामने रखते हुए थीम तय की गयी है ‘ह्युमन्स, नेचर, एंड द फ्यूचर’। इस थीम की सार्थकता को सिद्ध करते हुए ही सातवें एआईएलएफ का आयोजन अहमदाबाद स्थित ‘पर्यावरण शिक्षा केंद्र’ में किया गया है।
इस वर्ष प्रकृति, संस्कृति, गीत, कथा, जीवनी, क्षेत्रीय साहित्य, सैन्य कथाएं, जलवायु, वन एवं वन्य संपदा, महिलाओं के मुद्दे, बाल साहित्य, सिनेमा, लोककथाओं, कविता, नाटक, विश्व साहित्य, आदिवासी साहित्य और अन्य कई विषयों पर केंद्रित चर्चाओं में 75 से अधिक वक्ता भाग लेंगे। इसके अलावा, साहित्य के प्रति समर्पित दर्शकों के लिए पुस्तक लोकार्पण, पुरस्कार, प्रस्तुतियां, पाठ्येतर गतिविधियाँ, बहुभाषी कविता के साथ संगीत संध्या और रंगमंच इस सम्मेलन को बहुआमी रंगत प्रदान करेंगे।
सम्मेलन में शिरकत करने वालों में उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डा हीरा लाल, प्रसिद्ध गीतकार समीर अन्जान, हिन्दी फ़िल्म अभिनेता, निर्माता और लेखक तुषार कपूर, सबसे कम उम्र के परम वीर चक्र पुरस्कार विजेता, ‘द हीरो ऑफ टाइगर हिल’ के लेखक कैप्टन योगेन्द्र सिंह यादव, गुजराती लोकगीतकार पद्मश्री जोरावरसिंह जादव, आदिवासी साहित्यकार डॉ. भगवानदास पटेल और ऑस्ट्रेलियाई कवि एवं मल्टी-मीडिया कलाकार कैथरीन हम्मेल सहित अन्य साहित्य प्रेमी शामिल हैं।
निर्मल
वार्ता