श्रीनगर, 14 नवंबर (वार्ता) पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गोलाबारी के कारण नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दोनों ओर के लोगों के मारे जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि अगर भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व अपनी राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठकर बातचीत शुरू करते हैं तो इस खून-खराबे को रोका जा सकता है।
इस बीच, हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े ने भारत और पाकिस्तान से मानवता तथा जम्मू-कश्मीर में संघर्ष में शामिल लाखों लोगों के जीवन की खातिर विवाद का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वे अपने राजनीतिक अभियान के लिए संघर्ष का उपयोग न करें।
सुश्री महबूबा ने ट्वीट कर कहा,“ एलओसी के दोनों ओर बढ़ती हताहतों की संख्या को देखने से दुखी हूं। भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व अपनी राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठ कर बातचीत शुरू कर सकते हैं।
पीपुल्स कांफ्रेंस (पीसी) के अध्यक्ष और गुप्कर घोषणा के लिए पीपुल्स एलायंस के प्रवक्ता सजाद लोन ने कहा, “गोलाबारी ने फिर से उरी, तंगधार और पुंछ में निर्दोष लोगों की जानें ले लीं। इस आधुनिक दिन की बर्बरता की निंदा करने के लिए कोई भी शब्द नहीं हैं। आशा है कि प्रशासन प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान कर रहा होगा। इन क्षेत्रों के असहाय निवासियों के लिए मेरी प्रार्थना है।”
हुर्रियत ने एक बयान में एलओसी पर बार-बार बढ़ रहे तनाव पर गहरा दुख और निराशा व्यक्त की।
गौरतलब है कि कल विभिन्न स्थानों पर दोनों ओर से हुई गोलीबारी में 20 से अधिक लोग मारे गये जिनमें 15 नागरिक शामिल हैं।
संजय.श्रवण
वार्ता