भुवनेश्वर, 02 अप्रैल (वार्ता) उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को सभी सफल पुरुषों और महिलाओं से अपील की कि वे अपनी जड़ों को न भूलें, चाहे वे कहीं भी हों।
श्री नायडू ने यहां राजभवन में सांसद डॉ अच्युत सामंत लिखित पुस्तक ‘नीलिमारानी, माई मदर, माई हीरो’ का विमोचन करते हुए कहा, “आपको अपनी मां, मातृभूमि और मूल स्थान को हमेशा याद रखना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि हिस्सेदारी और देखभाल की सच्ची भावना के तहत हमें गांवों में रहने वाले अपने भाइयों की मदद तथा उनका समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक बेहतर भारत के निर्माण के लिए आगे का रास्ता है।
श्री नायडू ने कहा कि वह इस किताब को जारी करके बहुत गौरवान्वित महसूस करे रहे हैं जो एक मां की कहानी कहती है।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि आम तौर पर हम महान नेताओं, उद्यमियों और खोजकर्ताओं की जीवनी पढ़ते हैं, लेकिन यह हर्षजनक है कि आज हम एक माँ की जीवनी जारी कर रहे हैं; क्योंकि यह वह माँ है जो अपनी परवरिश और मूल्यों के माध्यम से एक पुरुष या महिला को महान बनाती है।
उन्होंने डाॅ अच्युत सामंत को उनकी दिवंगत मां श्रीमती नीलिमारानी जी के जीवन और संघर्ष को शब्दों में पिरोने के लिए बधाई भी दी।
श्री नायडू ने कहा,“ जब मैं किताब के पन्नों से गुजर रहा था, तो मैं एक माँ के लिए बहुत सम्मान और श्रद्धा महसूस कर सकता था, जो हर विषम परिस्थिति से अकेले अपने सात बच्चों की परवरिश करती थी।” उन्होंने कहा कि गरीबी और संसाधनों की कमी के बावजूद, माँ ने यह सुनिश्चित किया कि उनके सभी बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें और जिम्मेदार नागरिक बनें।”
उन्होंने कहा,“ मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि अपने बेटों की मदद से, उन्होंने (श्रीमती नीलिमारानी) ने अपने पैतृक गाँव कलारबंका को देश में अपनी तरह के पहले स्मार्ट गांवों में बदल दिया। ” उन्होंने उम्मीद जताई कि पुस्तक कई अन्य लोगों को अपनी महान माताओं के जीवन और कहानियों को सामने लाने के लिए प्रेरित करेगी।
संजय.श्रवण
वार्ता