Friday, Apr 26 2024 | Time 13:11 Hrs(IST)
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राज्य » बिहार / झारखण्ड


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महाशिवरात्रि के दिन शहर में पानी, बिजली, सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गयी है। मंदिर के वरीय प्रभारी अंजनी दुबे खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। महाशिवरात्रि के दिन सुबह से शाम तक बाबा मंदिर का पट खुला रखा गया है। भक्त रात के लगभग साढ़े नौ बजे तक जलार्पण कर सकेंगे। शीघ्रदर्शनम की सुविधा बहाल रहेगी। इसमें भक्त 500 रुपये की रसीद लेकर बिना लाइन में लगे भगवान भोलेनाथ को जल अर्पण कर सकेंगे।
बाबा की शृंगार पूजा आज नहीं होगी। महाशिवरात्रि की पूजा रात्रि 10 बजे शुरू होकर देर रात्रि तीन बजे तक चलेगी। षोडषोपचार विधि से बाबा की पूजा की जायेगी। बाबा का प्रिय भोग दूध और भांग चढ़ाया जायेगा। उन्हें इत्र, वस्त्र व दुल्हे की माला पहनायी जायेगी। चतुष्प्रहार पूजा में पंडा सरदार दूध, घी, मधु, दही, फल मूल, आंवला, बेरा, हेरला, जनेऊ, इत्र, अरवा चावल, अबीर, सिंदूर, फलाहरी मिठाई, जलेबी, पेड़ा, मेवा, चंदन, धूप दीप, गंगाजल, फूल माला, विल्वपत्र, भांग, धतूरा फल, डाभ आदि से पूजा करेंगे।
मोर मुकुट सुबह ही बाबा के पंचशूल पर भंडारी ने चढ़ा दिया है। आरती के साथ बाबा की पूजा का समापन होगा। माता पार्वती का भी भव्य शृंगार किया जायेगा। उन्हें साड़ी, सिंदूर, चूड़ी आदि शृंगार के सामान अर्पित किये जायेंगे। माता पार्वती को रातभर सिंदूर चढ़ेगा। माली परिवार के लक्ष्मी माली रात 10 बजे से देर रात तीन बजे तक मां पार्वती के ऊपर सिंदूर चढ़ाते रहेंगे। बाबा नर्वदेश्वर की एक प्रहर पूजा की जायेगी।
सं सूरज
जारी वार्ता
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