Saturday, Apr 27 2024 | Time 04:14 Hrs(IST)
image
राज्य » बिहार / झारखण्ड


कोरोना वायरस से बचाव में झोला छाप चिकित्सकों की सेवा लेने के आरोप में सीवान के सिविल सर्जन निलंबित

पटना 01 अप्रैल (वार्ता) बिहार सरकार ने कोरोना महामारी से बचाव कार्य के लिए झोला छाप चिकित्सकों की सेवा लिए जाने का निर्देश देने के आरोप में आज सीवान जिले के सिविल सर्जन डॉ. अशेष कुमार को निलंबित कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से यहां जारी अधिसूचना में कहा गया है कि सिविल सर्जन डॉ. अशेष कुमार ने नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सीवान जिले के सभी प्रखंडों में झोला छाप चिकित्सकों को चिन्हित करते हुए उनसे इलाज के लिए सहमति प्राप्त करने एवं उन्हें प्रशिक्षण दिए जाने के संबंध में जिले के सभी उपाधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को आदेश निर्गत किया। साथ ही उन्होंने उपाधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से उनके क्षेत्र के निजी अस्पतालों एवं झोला छाप चिकित्सकों की सूची भी मांगी।
अधिसूचना में कहा गया है कि सिविल सर्जन डॉ. अशेष कुमार की ओर से इस आशय का पत्र निर्गत करने से कोविड-19 के संक्रमण से रोकथाम के लिए विभाग एवं सरकार द्वारा किए जा रहे सभी प्रयास कमजोर (अंडरमाइन) प्रतीत होते हैं। सिविल सर्जन ने यह आदेश जारी करने से पूर्व न तो विभाग से अनुमति ली और न ही विभाग को इसकी सूचना दी।
इस पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने से विभाग को आलोचना का शिकार होना पड़ा है। सिविल सर्जन डॉ. कुमार के ऐसे कृत्य से पूरे देश में बिहार के स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल हुई है। साथ ही डॉ. कुमार की ओर से जारी आदेश चिकित्सीय नवाचार के विरुद्ध है। उनके इस कृत्य के लिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
सूरज शिवा
वार्ता
image