राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jun 10 2020 9:52PM जेएमएम नेता की तानाशाही के खिलाफ छावनी परिषद कर्मचारी हड़ताल पररामगढ़, 10 जून (वार्ता) झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के रामगढ़ जिलाध्यक्ष विनोद किस्कू और छावनी परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सपन कुमार के बीच चल रही लड़ाई में अब रामगढ़ शहर की जनता त्राहिमाम कर रही है। जेएमएम नेता के रवैये के खिलाफ छावनी परिषद के सभी कर्मचारी एक साथ हड़ताल पर चले गए हैं। सभी कर्मचारियों ने कैंट सीईओ सपन कुमार पर हुए प्राथमिकी को गलत करार दिया और कहा कि राजनीतिक दबाव में पुलिस यह काम कर रही है। छावनी परिषद के वरीय अधिकारी वर्तमान परिवेश में सुरक्षित नहीं है, तो कर्मचारी कैसे अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगे। परिषद के कर्मचारियों ने बुधवार की सुबह से ही शहर में पानी सप्लाई बंद कर दी है। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों ने अपना काम ठप कर दिया है। शहर की गलियों में हर जगह कचरे का अंबार लग गया है। हड़ताल पर गए कर्मचारियों की वजह से शहर में लोगों को परेशानी होने लगी है। हर गली मोहल्ले में इस भीषण गर्मी में पानी उपलब्ध नहीं है। शहर के कई वार्ड तो ऐसे हैं, जहां सैकड़ों लोग सिर्फ सप्लाई के पानी पर ही निर्भर हैं। इस बीच छावनी परिषद के सीईओ सपन कुमार ने कहा कि किसी राजनीतिक दल के एक व्यक्ति विशेष की गलती की वजह से रामगढ़ शहर की जनता को कष्ट देना सही नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को हड़ताल खत्म करने का आग्रह भी किया गया लेकिन कर्मी नहीं माने। हालांकि, वह हड़ताल को खत्म कराने का प्रयास कर रहे हैं।सं.सतीशवार्ता