राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Nov 13 2020 10:53PM झारखंड आंदोलनकारी 15 नवंबर को करेंगे उपवासरांची 13 नवंबर (वार्ता) झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में राज्य के स्थापना दिवस एवं भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को झारखंड आंदोलनकारी उपवास करेंगे। झारखंड आंदोलनकारी अपने-अपने जिलों एवं प्रखंडों में महापुरुषों के प्रतिमा के समक्ष उपवास करेंगे और झारखंड के एक-एक आंदोलनकारियों को मान-सम्मान, पहचान, पेंशन एवं सभी राजकीय सुविधाएं दिलाने का संकल्प लेंगे। उपवास कार्यक्रम को लेकर प्रखंड एवं जिलों में झारखंड आंदोलनकारियों ने तैयारियां पूरी कर ली है। इस उपवास कार्यक्रम के आरंभ में लोहरदगा के सुका टाना भगत, तलत महमूद, बोकारो के राजेंद्र महतो, रांची के वसीर अहमद, गुमला की निर्मला सिन्हा एवं गिरिडीह के अखिल चंद्र महतो के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की जायेगी। प्रखंड एवं जिला स्तर से झारखंड आंदोलनकारी गण अपने 14 सूत्री मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम पत्र प्रेषित करेंगे। झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के प्रधान महासचिव अजीत मिंज ने आज यहां बताया कि झारखंड आंदोलनकारियों को आज कठिन से कठिन चुनौतियों का सामना करते हुए भी निरंतर अपने मान-सम्मान, पहचान, पेंशन एवं सभी राजकीय सुविधाओं के लिए एक संघर्ष, एक हुल-उलगुलान करना है। आज झारखंड आंदोलनकारियों की पहचान ही नहीं बल्कि झारखंड आंदोलनकारी ही मिट रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह विडंबना है कि आज अपने ही घर में हम परदेसी बन गए हैं. परिस्थितियां जो भी हो झारखंड लड़के लिए हैं और अब मान-सम्मान, पेंशन, सुविधाएं लड़के लेंगे।विनय सूरजवार्ता