कोलकाता ,23 जनवरी (वार्ता) इंग्लैंड के खिलाफ यहां अंतिम वनडे में 90 रनों की बेमिसाल पारी खेल टीम इंडिया को जीत की दहलीज तक ले गये प्रतिभाशाली बल्लेबाज केदार जाधव ने कहा कि अंतिम वनडे में हार जरूर निराशाजनक रही लेकिन उन्हें इस सीरीज से बहुत कुछ सीखने को मिला। सीरीज के पहले वनडे में शानदार शतक जड़ने वाले जाधव ने अंतिम वनडे में 90 रन बनाये तथा तीन मैचों में कुल 232 रनों के साथ उन्हें मैन आफ द सीरीज चुना गया। जाधव ने मैच के बाद कहा,“ मैं इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज जीतने से बेहद खुश हूं। यदि हम यहां अंतिम वनडे में भी जीतने में सफल रहते तो यह खुशी और बढ़ जाती।” उन्होंने कहा“सीरीज से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। मैंने पहले वनडे में जहां कप्तान विराट कोहली के साथ खेलते हुये यह सीखा कि मध्यक्रम में कैसे बल्लेबाजी करनी होती है तो वहीं अंतिम मुकाबले में मैच को कैसे समाप्त करना है, इसकी नसीहत मिली।” जाधव ने मैच में मुश्किल स्थिति में अपनी अर्धशतकीय पारी को लेकर कहा,“ बल्लेबाजी करते समय मेरी सभी छह गेंदें खेलने की योजना थी। मैं जानता था कि यदि मैं ऐसा कर सका तो गेंदबाजों पर दबाव बढ़ेगा। मैं जिस गेंद पर आउट हुआ वह बड़ा शाट खेलने वाली नहीं थी लेकिन मेरे पास तेज प्रहार करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था।” मध्यक्रम के बल्लेबाज ने कहा,“ मैं अपनी बल्लेबाजी पर संतोष व्यक्त कर सकता हूं। मैंने महेन्द्र सिंह धोनी से सीखा है कि विपरीत परिस्थितियों में खुद को कैसे संयमित रखें। मैदान पर फैली ओस का भी मुझे फायदा मिला। मैं जानता था कि मध्यमगति का प्रहार भी गेंद को सीमारेखा तक पहुंचा देगा। हम अपनी योजना के अनुसार आगे बढ़ रहे थे और अंत तक मैच में बने हुये थे। हम भले ही मैच मामूली अंतर से गंवा बैठे हों लेकिन हमने अंत तक विपक्षी टीम को टक्कर दी।” सौरभ प्रीति वार्ता