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जम्मू-कश्मीर में लगाए जाएंगे 20 लाख स्मार्ट मीटर

श्रीनगर, 05 अक्टूबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर में आने वाले समय में 20 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इससे बिलिंग और संग्रहण दक्षता में सुधार आने की वजह से होने वाले नुकसान में भी कमी आएगी। एक अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में 20 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। पीएमडीपी/डीडीयूजीवाई और आईपीडीएस के तहत 8 लाख मीटर लगाए जाएंगे, जबकि बाकी बचे 12 लाख मीटर 'पुनर्निर्मित वितरण क्षेत्र योजना' के तहत स्वीकृत किए जाएंगे। इससे संबंधित जरूरी काम तेजी से किए जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “श्रीनगर में डाटा सेंटर और जम्मू में डाटा रिकवरी सेंटर में आईटी हार्डवेयर की आपूर्ति और स्थापना की गई है। इसके अलावा सिस्टम को उपयोगिता बिलिंग सिस्टम के साथ एकीकृत किया गया है। 'यूजर एक्सेप्टिंग टेस्टिंग' का काम फिलहाल जारी है और इसे 16 अक्टूबर, 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा।”
इसी बीच, केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने सोमवार को केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने स्मार्ट मीटरिंग की प्रगति और विद्युत सुधार कार्यक्रमों की समीक्षा की। बैठक में जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव डॉ अरुण कुमार मेहता सहित पावर डेपलपमेंट डिपार्टमेंट के प्रमुख सचिव ने भी हिस्सा लिया।
इस दौरान डॉ मेहता ने सूचित किया कि आपूर्ति कराए गए 10600 मीटरों में से अब तक 5000 स्थापित करा दिए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार का लक्ष्य मार्च, 2022 तक जम्मू-कश्मीर में से हर एक में एक लाख मीटर लगाने का है। मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि अगर जम्मू और श्रीनगर शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य पूरा हो जाता है, तो केंद्र शासित प्रदेश संबधित योजनओं के तहत निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर लेगी। पूरे प्रदेश में इन्हीं दो शहरों में सबसे ज्यादा बिजली की खपत है।
डॉ मेहता के इस बात पर सहमति जताते हुए केंद्रीय गृह सचिव ने सुझाया कि वह इस पर काम करने वाली एजेंसियों को पूरा समर्थन दें ताकि वक्त पर लक्ष्य को हासिल कर लिया जा सके।
डॉ मेहता ने आश्वासन दिया कि परियोजना को वक्त पर पूरा करने के लिए कार्यकारी एजेंसियों के प्रयासों में जम्मू-कश्मीर की सरकार का समर्थन पूरी तरह से रहेगा। इससे पहले, केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मुख्य सचिव ने भी भाग लिया और टूरिस्ट वीजा पर विदेशी पर्यटकों को भारत आने की अनुमति दिए जाने की बात पर अपनी सहमति व्यक्त की।
जम्मू-कश्मीर में सर्दियों के मौसम में विदेशी पर्यटकों को आने की अनुमति दिए जाने की बात पर डॉ मेहता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में कोरोना की स्थिति इस वक्त नियंत्रण में है, कोरोना से संबंधित सावधानी मानकों का खास ध्यान रखा जा रहा है। यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों के पास कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक लेने का प्रमाण पत्र और 72 घंटे के भीतर करवाए गए आरटीपीसीआर टेस्ट के रिपोर्ट का होना अनिवार्य होगा।
डॉ मेहता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विदेशी पर्यटकों को आने की अनुमति देने में कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि पर्यटन और आतिथ्य उद्योग से जुड़े करीब 90 फीसदी लोगों को कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ टीके की कम से कम एक खुराक मिल चुकी है। बतौर डॉ मेहता, “विदेशी पर्यटकों को आने की अनुमति देना इस वक्त यहां के पर्यटन उद्योग के लिए काफी जरूरी है। यहां सर्दियों में विदेशी पर्यटकों का स्वागत किया जाएगा। इसके लिए गुलमर्ग सहित कई अन्य आकर्षण केंद्रों में कई तरह की गतिविधियों को आयोजित कराए जाने की योजना बनाई जा रही है।”
अरिजीता.श्रवण
वार्ता
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