राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jun 3 2019 6:59PM मध्यप्रदेश में बरमान से होशंगाबाद तक दो सौ किलोमीटर में नर्मदा का जलस्तर कम हुआहोशंगाबाद, 03 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश की जीवन रेखा नर्मदा नदी के जलस्तर में इस वर्ष भारी गिरावट दर्ज की गई है और हालत यह है कि नदी में जगह जगह नए टापू निकल आये हैं।कुछ स्थानों पर तो लोग पैदल ही नर्मदा नदी को पार कर रहे हैं।केंद्रीय जल आयोग के एसडीओ विपुल वर्मा ने यूनीवार्ता को बातचीत में बताया कि गत वर्ष अल्प वर्षा के कारण जिले का भू जलस्तर भी लगभग 25 मीटर नीचे चला गया है। इस कारण ग्रामीण और शहरी इलाकों में पेयजल संकट पैदा हो रहा है।इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने नलकूप खनन पर प्रतिबंध लगा दिया है।उन्होंने बताया कि बरमान से होशंगाबाद तक नर्मदा नदी के जलस्तर में चार से पांच इंच की कमी दर्ज हुई है। यह बहुत गंभीर स्थिति है।यदि यही स्थिति रही तो आने वाले समय में पानी को लेकर और विकट समस्या खड़ी हो सकती है । उल्लेखनीय है कि नर्मदा नदी और तवा नदी से ही होशंगबाद और हरदा जिले में लगभग तीन लाख हेक्टेयर किसान सिंचाई करते हैं। इसके अलावा भोपाल और उज्जैन को भी नर्मदा नदी से ही पानी मिलता है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालक अभियंता एसके गुप्ता ने बताया कि जिले में पानी की कमी से 600 हैंण्डपम्प बंद हो गए है। भू जलस्तर भी 23 से 25 मीटर नीचे गिर गया है। जल आपूर्ति की माॅनीटरिंग की जा रही है।सं.व्यासवार्ता