राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Aug 13 2019 6:56PM गुणवत्तापूर्ण अफोर्डेबल और दूरस्थ शिक्षा के लिए सार्थक पहल है कक्षा विद्यार्थी के द्वार: पटवारीभोपाल, 13 अगस्त (वार्ता) मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने आज कहा कि गुणवत्तापूर्ण, अफोर्डेबल और दूरस्थ शिक्षा के लिए ‘कक्षा विद्यार्थी के द्वार’ नवाचार एक सार्थक पहल है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में ग्रॉस इनरोलमेंट रेशियो तमिलनाडु के मुकाबले काफी कम है, यह एक चुनौती है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस संबंध में श्री पटवारी की उपस्थिति में म.प्र. भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय एवं 186 महाविद्यालय के मध्य अनुबंध हुआ। श्री पटवारी ने कहा कि इंदिरा गाँधी मुक्त विश्वविद्यालय की तर्ज पर अब भोज विश्वविद्यालय भी उन विद्यार्थियों और कामकाजी लोगों तक उच्च शिक्षा पहुँचाने में सफल होगा, जो किसी कारणवश अपनी पढ़ाई छोड़ चुके हैं।श्री पटवारी ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से कोई भी, कहीं भी और किसी भी समय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकता है। इस प्रयास से हम शिक्षा से वंचित आदिवासी क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी उच्च शिक्षा से जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने विद्यार्थियों को कम्प्यूटर, व्यक्तित्व विकास, अंग्रेजी भाषा आदि में विशेष तैयारी एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था के लिये नॉलेज कमीशन का गठन किया जा रहा है।उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि भोपाल में स्थापित उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान की तर्ज पर प्रदेश में इंदौर, उज्जैन, छिन्दवाड़ा, जबलपुर, सागर, ग्वालियर, झाबुआ, खरगोन और रीवा में उत्कृष्टता संस्थान खोले जायेंगे। साथ ही, प्रदेश में कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की जायेगी। इसमें विद्यार्थी परम्परागत क्षेत्रीय कौशल के साथ-साथ आधुनिकतम आवश्यकताओं के अनुरूप भी अपने कौशल का विभिन्न पाठ्यक्रमों एवं प्रशिक्षण के माध्यम से विकास कर सकेंगे।इस अवसर पर प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा हरिरंजन राव, आयुक्त उच्च शिक्षा राघवेन्द्र सिंह, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति आर.जे. राव तथा भोज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जयंत सोनवलकर उपस्थित थे।बघेल वार्ता