राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Sep 24 2021 6:49PM केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ एकमंच पर आए विपक्षी दलभोपाल, 24 सितंबर (वार्ता) केंद्र में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल आज मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी एक ही मंच पर नजर आए और सभी ने 'जनविरोधी नीतियों' के खिलाफ निकट भविष्य में इस राज्य में भी आंदोलन करने की चेतावनी दी। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आज उपाध्यक्ष अशोक सिंह, प्रदेश मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता, वामपंथी दलों से जुड़े शैलेंद्र शैली, जसविंदर सिंह और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राजू भटनागर ने यहां संयुक्त पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने मुख्य रूप से मोदी सरकार पर कोरोना से निपटने में असफल रहने और सरकारी संपत्तियों के विनिवेश के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार किसान और गरीब विरोधी भी है। महंगायी, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों पर केंद्र सरकार असफल साबित हुयी है। वक्ताओं ने कहा कि इसी तरह लगातार विरोध के बावजूद केंद्र सरकार किसान विरोधी तीनों कानून वापस नहीं ले रही है। संवैधानिक संस्थाओं को भी कमजोर करने के प्रयास जारी हैं। वक्ताओं ने इस संबंध में संयुक्त मांगपत्र जारी करते हुए कहा कि यह सब मांगें नहीं माने जाने पर सभी दल राज्य में विभिन्न जिलों में कोविड संबंधी स्थितियों के अनुरूप अलग अलग समय पर आंदोलन करेंगे। वक्ताओं ने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था भी लगातार पटरी से उतरती जा रही है। आंदोलन के जरिए इन सब मुद्दों को लेकर जनता को जागरुक करने का प्रयास भी किया जाएगा। श्री गुप्ता ने दावा किया केंद्र सरकार की इन नीतियों का सभी दल पूरे देश में विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि राज्य में समाजवादी पार्टी भी केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में है और उसने साझा कार्यक्रम को समर्थन दिया है। प्रशांतवार्ता