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बस्तर के गांवों के विकास के मार्ग में आईईडी सबसे बड़ा बाधक - गृह मंत्री शर्मा

रायपुर 31 मार्च(वार्ता)छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों से एक बाऱ फिर विनाश का रास्ता छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि बस्तर के गांवों के विकास के मार्ग में आईईडी सबसे बड़ा बाधक हैं।
श्री शर्मा ने आज यहां बीजापुर में हुए आईईडी ब्लास्ट में घायल युवक गुड्डू मेकाम से निजी अस्पताल में मिलने के बाद कहा कि आईईडी नहीं पहचानता कि इस पर पैर रखने वाला कौन है? इसका शिकार बड़ी संख्या में बस्तर के आदि‍वासी भाई और मवेशी हो रहे हैं। उन्होने कहा कि बस्तर का विकास नहीं हो पा रहा है,तो इसका कारण बस्तर की सड़कों में बिछाया हुआ आईईडी भी है। जो आईईडी लगा है वह किसी को नहीं पहचानता। जानवर व ग्रामीण, दोनों ही आहत हो रहे हैं। नक्सलियों को इस बारे में विचार करना चा‍हिए कि ऐसी रक्तरंजित घटनाओं से किसी को फायदा नहीं होने वाला।
उन्होंने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार ने अपने पिछले 15 वर्षों के कार्यकाल में बस्तर का सर्वांगीण विकास किया। उनकी सरकार राज्यप के साथ ही साथ बस्तकर के नक्स ल प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए भी कृ‍त संकल्पित है।विष्णुदेव सरकार ने नक्सल प्रभावित इलाकों में नियद नेल्लानार योजना शुरू की है। नियद नेल्लानार का मतलब होता है आपका अच्छा गांव। इस योजना के तहत बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा कैंप अब विकास के कैंप के रूप में कार्य कर रहे हैं कैम्प के पांच किलोमीटर के दायरे में जो गांव हैं उन्हें विकास से जोड़ा जा रहा हैं। सुरक्षा कैंपों के माध्यम से गांव वालों तक सुविधाएं पहुंचाने और उन तक सरकार की सभी लाभकारी योजनाओं को पहुंचाया जा रहा हैं। ग्रामीणों के लिए राशन दुकान,आवास नि:शुल्कक बस सेवा , चिकित्साक कैंप लगाकर उनका इलाज करने का काम शुरू हो चुका है।
श्री शर्मा ने नक्सलियों से फिर अपील किया कि विनाश का रास्ता छोड़कर वे विकास के मार्ग पर अग्रसर हों तो सरकार भी उनका सहयोग करेगी। नक्सलियों को विकास के लिए अपनी भूमिका तय करनी चाहिए। यह भूमिका हिंसा का रास्ता छोडकर ही संभव है। श्री शर्मा ने कहा कि हमने नक्सलियों के आत्मसमर्पण पॉलिसी बना रखी है,कई आत्मसमर्पण भी हुए हैं। आज वे लोग सुखी जीवन जी रहे हैं। आत्मसमर्पण की प्रक्रिया बहुत तेजी से आगे बढ़ी है। आत्मसमर्पण की प्रक्रिया विश्वसनीय हो, सरल हो, नई जीवन की शुरुआत को प्रेरित करने वाला हो, ऐसा हम और प्रयास कर रहे हैं।
साहू
वार्ता
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