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गर्मी ने दूनवासियों का किया जीना मुहाल

देहरादून, 11 जून (वार्ता) उत्तराखंड के देहरादून में इस बार गर्मी ने पिछले तीन साल का रिकाॅर्ड तोड़ दिया।
शहर की सड़कों पर दोपहर में सन्नाटा देखने को मिल रहा है। वहीं दूनवासी ये कहने को विवश हैं कि उन्होने ऐसी गर्मी आज तक नहीं देखी। राजधानी में अधिकतम तापमान 40 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया। इससे पहले वर्ष 2015 में पारा 40 डिग्री तक पहुंचा था। तब अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया था।
मौसम केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार जून माह में इस वर्ष गर्मी पिछले तीन सालों के मुकाबले अधिक है। वर्ष 2016 में जून माह का अधिकतम तापमान 36.4, 2017 में 39.8 और 2018 में 38.7 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया था। आंकड़ों के मुताबिक जून माह में सबसे अधिक गर्मी चार जून 1902 को पड़ी थी, जब पारा 43.9 डिग्री तक पहुंच गया था। भीषण गर्मी के कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तेज धूप के कारण गर्मी और उमस से दोपहर के समय बैचेनी हो रही है। वहीं, गर्म हवाएं चलने से भी लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
मौसम विभाग के अनुसार दून क्षेत्र में फिलहाल गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम केंद्र के अनुसार बुधवार को भी अध्कितम तापमान 40 डिग्री के आसपास रह सकता है। हालांकि उसके बाद अगले कुछ दिन अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की कमी हो सकती है।
स.संजय
वार्ता
लोडर से टकराई कार, एक की मौत, कईं घायल
देहरादून, 11 जून वार्ता विकास नगर थाना क्षेत्र के लेहमन पुल के पास कार की लोडर से भिड़ंत हो गई। इस दुर्घटना में कार सवार एक की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए जिनमें एक की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। थाना विकासनगर में सूचना प्राप्त हुई थी एक मारुति 800 व लोडर की आपस में टक्कर हो गई जिसमें कार सवार सुरेंद्र सिंह दानू पुत्र स्वर्गीय प्रताप सिंह दानू निवासी बिंदुखता लालकुआं हल्द्वानी नैनीताल उम्र 30 वर्ष की मृत्यु हो गई तथा मनीष कुमार को गंभीर चोटे आई जिन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया । सुबह मृतक के शव का पंचायत नामा भर कर पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया।
पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि बीते रोज मारुति 800 चारों व्यक्ति डाकपत्थर घूमने आए हुए थे तथा रात्रि में समय करीब 11ः00 बजे वापस देहरादून जा रहे थे लेहमन पुल के पास गाड़ी अनियंत्रित होकर लोडर से टकरा गई जिसमें सुरेंद्र व मनीष को काफी गंभीर चोटे आई , जिन्हें लेहमन अस्पताल ले जाया गया जहां डाॅक्टरों ने सुरेंद्र को मृत घोषित कर दिया तथा मनीष को हायर सेंटर रेफर कर दिया अन्य दो लोगो को साधारण चोटे आयी । मारुति 800 में सवार चारों लोग ग्लोगी जल विद्युत गृह देहरादून मसूरी रोड मैं तैनात है।
इस बार आम की फसल काश्तकारों के लिए घाटे का सौदा
देहरादून, 11 जून वार्ता इस बार आम का उत्पादन काफी कम हुआ है। जिससे आम की कीमतें आसमान छू रही हैं। रामनगर क्षेत्र की बात करें तो यहां कई आम के बगीचे हैं, जिनमें आम का उत्पादन हुआ ही नहीं है। कई पेड़ ऐसे भी हैं जिनमें महज दो-चार आम ही लगे दिखाई दे रहे हैं। किसान और व्यापारियों के लिए इस बार आम की फसल घाटे का सौदा ही साबित हो रही है। कई व्यापारी तो आम की फसल न आने के कारण बगीचे छोड़ कर चंपत हो गए हैं। क्योंकि, लेबर की मजदूरी उन्हें जेब से देनी भारी पड़ रही थी।
फल उद्यान के अधिकारियों का मानना है कि इस बार आम की फसल रामनगर क्षेत्र में 875 हेक्टेयर में महज 40ः ही हुई है, जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले बहुत कम है। अधिकारियों की मानें तो आम की फसल का स्वभाव ऐसा होता है कि एक वर्ष आम की भारी फसल आती है। जबकि दूसरे साल हल्की फसल आती है. इसका मुख्य कारण आंधी, तूफान, बारिश और ओलावृष्टि माना जाता है।
फल उद्यान अधिकारियों का मानना है कि व्यापारी हर वर्ष भारी फसल उगाने के लालच में कल्तार नामक दवा का इस्तेमाल करते हैं, जिससे आम की पैदावार तो बढ़ जाती है, लेकिन यह दवा पेड़ों को बहुत नुकसान पहुंचाती है। यह दवा पेड़ों को अंदर से खोखला कर देती है। फल की क्षमता को घटा देती है। जिस कारण पेड़ चार-पांच साल में सूख जाता है। अधिकारियों ने किसानों और व्यापारियों से लगातार कल्तार नामक दवा प्रयोग न करने का अनुरोध किया है।
गर्मियों में गंगा की लहरों पर रोमांच का खेल
ऋषिकेश, 11 जून वार्ता तीर्थनगरी में इन दिनों बड़ी संख्या में पर्यटक गंगा में राफ्टिंग का आनंद उठा रहे हैं। गंगा रंगबिरंगी राफ्टों से गुलजार है। पर्यटक गंगा में राफ्टिंग करने के साथ ही सफाई पर भी खासा ध्यान दे रहे हैं। वहीं, इस बार बड़ी संख्या में पर्यटकों के तीर्थनगरी में पहुंचने से राफ्टिंग व्यवसायियों को काफी फायदा हो रहा है। .इन दिनों तीर्थनगरी पर्यटकों से गुलजार है। बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक मनोरंजन के लिए यहां पहुंच रहे हैं।
गंगा की ऊंची लहरों के ऊपर राफ्टों पर बैठकर पर्यटक खूब रोमांचित हो रहे हैं। पर्यटकों ने बताया कि राफ्टिंग करने में उनको खूब आंनद आया. साथ ही सभी लोग हर वर्ष राफ्टिंग करने के लिए यहां पहुंचेंगे। राफ्टिंग जैसे साहसिक खेलों का आनंद लेने के लिए पहुंच रहे पर्यटकों की सुरक्षा के साथ गंगा स्वच्छता का भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस व्यवसाय से जुड़े लोग गंगा शिक्षा का विशेष ध्यान देते हुए गंगा में कूड़ा-कचरा न डालने की अपील कर रहे हैं। कूड़े के लिए एक प्लास्टिक का बैग राफ्ट में लगाया गया है।
वेन्द्र वार्ता देहरादून
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