राज्य » राजस्थानPosted at: May 20 2019 7:53PM अलवर में अभय कमाण्ड प्रोजेक्ट का काम अधूराअलवर, 20 मई (वार्ता ) राजस्थान में अलवर शहर को अभय कमाण्ड योजना के तहत पुलिस विभाग की ओर से चुस्त, स्मार्ट और हाइटेक बनाने की सवा दो साल की मुहिम को अभी तक अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाई है। सूत्रों के अनुसार अभय कमाण्ड प्रोजेक्ट के तहत अलवर शहरी क्षेत्र में अब तक 400 सीसीटीवी कैमरे लग जाने चाहिए थे, लेकिन वर्तमान में 130 सीसीटीवी कैमरे ही काम कर रहे हैं। इससे पुलिस अपराध और अपराधियों पर अंकुश रखने और इनका डाटाबेस एवं बायोमेट्रिक प्रोफाइल तैयार करने में अग्रणी भूमिका नहीं निभा पा रही है। पुलिस थानों के क्राइम एण्ड क्रिमिनल टे्रकिंग नेटवर्क सॉफटवेयर (सीसीटीएनएस) से जुडऩे के बावजूद अपराध नियंत्रण और अपराधियों की धरपकड़ के मामले में अलवर पुलिस को अपेक्षित सफलता नहीं मिल पा रही है। ताजूब की बात है कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग तथा अभय कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर से पर्याप्त सहयोग मिलने के बावजूद पुलिसकर्मी तकनीकी रूप से दक्ष नहीं हो पाए हैं। विभाग की ओर से पुलिस को स्मार्ट और हाइटेक बनाने की गरज से करीब दो साल पहले प्रदेश के ज्यादातर जिलों में अभय कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर शुरू किए गए। आईटी विभाग ने इसके लिए फाइबर केबल डालने, पोल खड़े करने सहित अन्य आधारभूत संरचना तैयार की। लेकिन पुलिस सहित अन्य विभागों की ओर से तत्परता से सहयोग नहीं मिलने की वजह से यह मुहिम रंग नहीं ला पाई है। इसी कारण से राज्य के बड़े शहरों की तुलना में अलवर कई पायदान पीछे है। फाइबर इन्टरनेट कनेक्टिविटी की दृष्टि से बारां, श्रीगंगानगर, दौसा और झुंझुनू जिले के बाद अलवर का स्थान आता है। अभय कमाण्ड प्रोजेक्ट के जिला तकनीकी प्रभारी अधिकारी चारु अग्रवाल ने बताया कि अलवर में 70 सीसीटीवी कैमरे ऑप्टिकल फाइबर हाई इन्टरनेट नेटवर्क पर हैं एवं 60 कैमरे लोकल रिकॉर्डिंग मोड पर हैं। अण्डर ग्राउण्ड लाइन बिछाई जा चुकी है एवं अगले पखवाड़े तक शहर में 60 सीसीटीवी कैमरे और लग जाएंगे। जैन रामसिंहवार्ता