राज्य » राजस्थानPosted at: Jun 12 2019 4:54PM नदियों को जोड़ने की योजना से अकाल और बाढ़ की समस्या खड़ी हो सकती है-सिंहजयपुर 12 जून (वार्ता) पानी आंदोलन से जुड़े जननेता राजेन्द्रसिंह ने जल समस्या के समाधान के लिये नदियों को जोड़ने की योजना को गलत बताते हुये कहा है कि इससे न्यायिक लड़ाई शुरू होने के साथ अकाल और बाढ़ की नई समस्या खड़ी हो सकती है। श्री सिंह ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि नदियो को जोड़ने की योजना जलयुद्ध शुरू करने वाला निर्णय साबित होगा। उन्होंने कहा कि वर्षा जल पर राज्य का अधिकार होने के कारण नदियों के पानी को लेकर विवाद शुरू हो जायेंगे तथा पहले से ही चले आ रहे नदी जल विवादों को और हवा मिलेगी। उन्होंने कहा कि नदियो को जोड़ने की योजना पानी के निजीकरण की दिशा में भी एक कदम साबित होगा तथा लोगों को पानी के लिये निजी कम्पनियों पर निर्भर रहना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि नदियों की प्रकृति अलग अलग होती है तथा इसको समझकर ही इन्हें जोडने का प्रयास किया जाये तब भी भारी धन की बर्बादी तथा सुखा और बाढ़ की समस्या खड़ी हो सकती है। भारत में पानी के व्यापार में बडी विदेशी कम्पनियों के प्रवेश के प्रयास की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र पर दबाव बनाने के लिये दो अक्टूबर से राजघाट से पदयात्रा शुरू की जाकर दो अक्टूबर 2020 को जनेवा पहुंचेगी। इसी तरह की कई पदयात्राएं युरोप आदि देशों में शुरू होगी। वह स्वयं फ्रांस के मासे शहर से पदयात्रा शुरू करेंगे।पारीक रामसिंहवार्ता