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राजस्थान में प्री मानसून की पचास प्रतिशत अधिक बरसात

जयपुर 23 जून (वार्ता) राजस्थान में मानसून के आने में अभी करीब सप्ताहभर की देरी की संभावना है, लेकिन प्रदेश में अब तक प्री मानसून की सामान्य से पचास प्रतिशत से अधिक बरसात हो चुकी है।
जल संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में गत एक जून से 22 जून तक सामान्य वर्षा 27़18 मिलीमीटर के मुकाबले 40़ 83 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है जो सामान्य से 50़ 2 प्रतिशत अधिक है। गत वर्ष इस दौरान केवल 16़ 21 मिलीमीटर बरसात हुई।
प्री मानसून वर्षा के कारण राज्य के सात जिलों में असामान्य वर्षा रिकार्ड की गई जिनमें इस दौरान चित्तौड़गढ़ जिले में सामान्य वर्षा 33़ 20 मिलीमीटर की जगह 100़ 37 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य से 202़ 3 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह उदयुपर जिले में 34़ 20 मिलीमीटर के मुकाबले 97़ 70 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य से 185़ 7 प्रतिशत अधिक है। डूंगरपुर जिले में 38़ 30 मिलीमीटर की तुलना में 107़ 23 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई जो सामान्य से 180 प्रतिशत अधिक है। प्रतापगढ़ में 130़ 11 मिलीमीटर बरसात हुई जो सामान्य से 149़ 3 प्रतिशत अधिक, राजसमंद में 73 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई जो सामान्य से 131़ 7 प्रतिशत अधिक एवं भीलवाड़ा में 53़ 38 मिलीमीटर बरसात हुई जो सामान्य से 81़ 5 प्रतिशत अधिक तथा दौसा जिले में इस दौरान 46़ 94 मिलीमीटर वर्षा हुई जो सामान्य से 85़ 5 प्रतिशत अधिक है। इन सात जिलों में इस दौरान असामान्य श्रेणी सामान्य से साठ प्रतिशत से अधिक बरसात दर्ज की गई।
राज्य के नौ जिलों बूंदी, धौलपुर, हनुमानगढ, जालौर, जोधपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, सिरोह एवं टोंक में सामान्य से ज्यादा बारिश हो चुकी है जो सामान्य से 20 से 59 प्रतिशत के बीच बारिश हुई। इस दौरान बारह जिलों अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बांरा, बाड़मेर, गंगानगर, जयपुर, जैसलमेर, झालावाड़, झुंझुनूं एवं कोटा में सामान्य बरसात रिकॉर्ड की गई। इन जिलों में इस दौरान सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक एवं सामान्य से 19 प्रतिशत कम के बीच बारिश हुई। हालांकि इस दौरान प्रदेश के पांच जिले भरतपुर, बीकानेर, चुरु, नागौर एवं पाली जिले ऐसे है जहां इस दौरान बरसात की कमी रही और इन जिलों में सामान्य से बीस से 59 प्रतिशत तक के बीच बारिश हुई। इस दौरान सबसे ज्यादा कमी बीकानेर जिले में सामान्य वर्षा 18़ 90 मिलीमीटर की तुलना में केवल 8़ 20 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य से 56़ 6 प्रतिशत कम है।
गत वर्ष इस दौरान दो जिलों में असामान्य, एक में सामान्य से अधिक, आठ में सामान्य तथा छह जिलों में बरसात की कमी रही जबकि सोलह जिलों में अल्प वर्षा ही हुई।
प्रदेश में प्री मानसून वर्षा के कारण कई जलाशयों में पानी की आवक हुई और गत 15 जून के बाद जलाशयों के जल स्तर में 4़ 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। पन्द्रह जून को बांधों का जलस्तर 3425़ 91 एमक्यूएम था जो 22 जून तक बढ़कर 3967़ 92 एमक्यूएम हो गया। राज्य के छोटे बड़े 810 बांधों में उदयपुर जिले का 1़ 68 मीटर क्षमता का सोम पिकअप वियर बांध पूर्ण रुप से भर गया तथा 125 बांध आंशिक रुप से भरे है जबकि 684 बांध खाली है।
मौसम विभाग के निदेशक शिव गणेश के अनुसार मानसून महाराष्ट्र, छत्तीसगढ, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश एवं बिहार आदि राज्यों में दस्तक देने एवं उसके आगे बढ़ने तथा ऐसी ही स्थिति बनी रही तो मानसून के राज्य में सप्ताह भर में पहुंच जाने की संभावना है।
जोरा रामसिंह
वार्ता
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