राज्य » राजस्थानPosted at: Jun 29 2019 4:42PM आंकडों आधारित सार पोर्टल की हुई लॉंचिंगजयपुर 29 जून (वार्ता) राजस्थान में सांख्यिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने कहा कि सतत विकास के लक्ष्य-2030 को प्राप्त करने के लिए डाटा संधारण एक महत्वपूर्ण चुनौती है और इसे यूनिसेफ, एनआईसी एवं एनएसएसओ के सहयोग से आसान बनाया जा सकता है। श्री कुमार ने आज यहां 13वें राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में कहा कि किसी भी राज्य के विकास में डाटा की अपनी एक अलग महत्ता है और अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए डाटा के आधार पर ही पॉलिसी निर्माण को दिशा दी जाती है। उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि विभिन्न योजनाओं का मूल्यांकन कर उसके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु सुझावों को लागू करें। जिससे हम समय पर गुणवत्ता पूर्ण, अधिकारिक तथा प्रासांगिक संकेतक तैयार कर सके। उन्होनें सांख्यिकी एवं आयोजना विभाग से जुडे अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यनिष्ठा की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य की विकास योजनाओं को में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि सतत विकास के 17 लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विभाग की एक टास्क फोर्स का निर्माण किया जाए, जो एक-एक लक्ष्य की मॉनिटरिंग करें एवं उसके बेहतर क्रियान्वयन के लिए लगातार बहुमूल्य सुझाव समय-समय पर प्रदान करें। श्री कुमार ने इव अवसर पर पहचान पोर्टल के लिए आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस आधारित सरकारी क्षेत्र में राज्य की पहली चैट सेवा ‘‘निकी’’ को भी लॉन्च किया गया। इस सेवा के जरिए राज्य का कोई भी व्यक्ति किसी भी समय विशेष डोमेन से जुड़े जन्म, मृत्यु एवं विवाह पंजीयन से सम्बन्धित विभिन्न प्रकार के उपयोगी प्रश्नों के उत्तर डिजिटल सहायक से प्राप्त कर सकता है। यह चैट सेवा ध्वनि आधारित है। जैसे ही कोई शब्द टाइप किया जाता है वैसे ही नागरिक क्वैरी तक पहुंचता है और सम्बन्धित उत्तर टाइप करके तथा बोलकर भी देता है। रामसिंहवार्ता