राज्य » राजस्थानPosted at: Sep 26 2019 3:29PM ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का सालाना उर्स अगले वर्ष फरवरी मेंअजमेर, 26 सितम्बर (वार्ता) राजस्थान में अजमेर में स्थित विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का 808वां सालाना उर्स अगले वर्ष 2020 में रजब का चांद दिखाई देने पर 24 या 25 फरवरी से शुरू होगा। अंजुमन कमेटी से प्राप्त जानकारी के इससे पांच दिन पहले 20 फरवरी को बुलंद दरवाजे पर झंडे की रस्म परंपरागत तरीके से अदा की जाएगी। हालांकि उर्स में अभी पांच महीने का समय बाकी है, लेकिन दरगाह से जुड़े खादिमों ने अभी से उर्स का कार्यक्रम जारी करते हुए देश विदेशों में मेहमानों को दावतनामा भेजना शुरू कर दिया है। बॉलीवुड सिनेमा से जुड़े अधिकांश कलाकारों के दुआगों सैयद कुतुबुद्दीन सकी ने भी अपना दावतनामा तैयार कर भेजना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया 24 फरवरी को जन्नती दरवाजा खुलेगा और 28 फरवरी को जुम्मे की बड़ी नमाज अदा की जाएगी। दो मार्च को ख्वाजा साहब की महाना छठी होगी तथा पांच मार्च 2020 को बड़े कुल की रस्म के साथ उर्स संपन्न हो जाएगा। ख्वाजा साहब की दरगाह का प्रबंध संभालने वाली दरगाह कमेटी के नाजिम शकील अहमद ने भी फरवरी 2020 में गरीब नवाज के उर्स आयोजन की पुष्टि की है, लेकिन दरगाह कमेटी की ओर से आधिकारिक कार्यक्रम उन्हीं दिनों जारी किया जाएगा। अंजुमन कमेटी के मुताबिक खादिम समुदाय उर्स के कार्यक्रम की शुरुआत महीनों पहले इसलिए कर देता है ताकि आशिकाना-ए-ख्वाजा अपनी सहूलियत से यात्रा का टिकट एवं होटल आदि की बुकिंग करा लेंवे। उर्स में देश विदेशों के लाखों जायरीनों की उपस्थिति खादिमों द्वारा पहले से ही जारी कर दिए जाने वाले दावतनामे पर ही आधारित होती है। यह सिलसिला वर्षों से बदस्तूर जारी है। उर्स से पहले मुस्लिम समुदाय का एक बड़ा त्योहार बारावफात चांद दिखाई देने पर 10 नवंबर 2019 को मनाया जाएगा।अनुराग सुनीलवार्ता