राज्य » राजस्थानPosted at: Jan 14 2021 5:57PM भारतीय सशस्त्र बल में पूर्व सैनिकों की भूमिका अहम-फर्नांडीसबीकानेर, 14 जनवरी (वार्ता) भारतीय सशस्त्र बल के मेजर जनरल माइकल ए.जे.फर्नांडीस ने कहा है कि भारतीय सशस्त्र बल की समृद्ध परम्पराओं और रीति-रिवाजों को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाकर पूर्व सैनिकों ने एक मजबूत कड़ी का काम किया है। मेजर फर्नाडीस आज यहां 5वें भारतीय सशस्त्र बल वेटेरन दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सैनिकों, वीर नारियों को सम्मानित करते वक्त संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण और सुरक्षा की दिशा में योगदान और स्वयं से पहले देश का ये जज्बा समाज में भारतीय सशस्त्र बलों को एक उच्च सम्मान देता है। उन्होंने वीएसएम और जीओसी-इन-सी पश्चिम कमान मुख्यालय, लेफ्टिनेंट जनरल आलोक सिंह क्लेयर, पीवीएसएम, वीएसएम और जीओसी 10 कोर, लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार मागो, वाइएसएम, एसएम की ओर से मेजर जनरल माइक ए.जे.फर्नांडीस ने सभी पूर्व सैनिकों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए वेटेरन डे एक महत्वपूर्ण दिन है। हम वेटेरन डे हमारे दो महान मिलिट्री लीडर की याद में मनाते हैं। मेजर फर्नाडीश ने कहा कि 14 जनवरी 1953 को फील्ड मार्शल के.एम.करियप्पा भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए और उसके दो दशक बाद यानि 14 जनवरी 1973 को फील्ड मार्शल मानेकशॉ ने भी भारतीय सेना में अपना कार्यकाल पूरा किया और सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने बताया कि साल 2020-21 में कोरोना महामारी होने के बावजूद श्यीअर ऑफ नोकश् मनाया गया जिसका मकसद पूर्व सैनिकों से परस्पर संपर्क बनाए रखना, विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरुकता पैदा करना और साथ में ये सुनिश्चित करना था कि हमारे पूर्व सैनिकों को समय पर बकाया राशि मिल सके और इसके लिए कोरोना महामारी के दौरान सैनिकों ने टेलीफोन द्वारा पूर्व सैनिकों से संपर्क ब नाए रखा।संजय रामसिंहवार्ता