खेलPosted at: Sep 9 2018 1:08PM Share अंत में युवा ओसाका ने इतिहास रचते हुये जीत अपने नाम कर ली। हालांकि इसे फ्लशिंग मिडोज़ के इतिहास में सबसे विवादास्पद और खेल भावना के विपरीत मैचों के तौर पर माना जा रहा है। घरेलू मैदान पर अपनी स्टार सेरेना को हारते देखने के बाद स्टेडियम में बैठे सभी लोगों ने चिल्लाते हुये अपना दुख जाहिर किया जबकि पोडियम पर खड़ी होकर अपनी ट्रॉफी और विजेता के 38 लाख डॉलर के चेक काे स्वीकार करते हुये ओसाका को केवल हूटिंग ही सुनाई दी। वहीं पुर्तगाली चेयर अंपायर कार्लाेस रामोस के खिलाफ भी दर्शकों ने नारेबाजी और हूटिंग की। ओसाका ने जीत के बाद कहा,“ मैं जानती हूं कि सभी सेरेना के लिये आये थे और उनके हारने से दर्शकों को दुख हुआ है। यूएस ओपन के फाइनल में सेरेना से खेलना मेरा सपना था, मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे सेरेना से खेलने का मौका मिला।” जापानी खिलाड़ी ने पहला सेट जीतने के बाद काफी संयम दिखाया, लेकिन अंपायर रामोस ने 23 बार की ग्रैंड स्लेम चैंपियन को दूसरे सेट के दूसरे गेम में उस समय नियम उल्लंघन के लिये दोषी ठहराया जब सेरेना के कोच पैट्रिक मोरातोगलु को वह प्लेयर्स बॉक्स से कुछ संकेत दे रहे थे। सेरेना को जैसे ही पेनल्टी मिली वह इससे काफी नाराज़ हो गयीं और उन्होंने अपना रैकेट जमीन पर दे मारा। इसके बाद उन्हें गेम पेनल्टी मिली और वह 4-3 से पिछड़ गयीं। पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ने फिर रामोस को झूठा बताते हुये उनपर जुबानी हमला किया तथा उन्हें अंक चुराने वाला बता दिया। गेम पेनल्टी लगते ही ओसाका को 5-3 की बढ़त मिल गयी जिसके बाद जापानी खिलाड़ी ने और आत्मविश्वास से खेलते हुये दूसरा सेट भी आसानी से जीता और खिताब अपने नाम कर लिया। प्रीतिजारी वार्ता