Saturday, Apr 27 2024 | Time 01:47 Hrs(IST)
image
राज्य


गुजरात में दो सरकारी अस्पतालों में एक माह में 200 से अधिक बच्चों की मौत, सरकार ने कहां आंकड़ा शिशु मृत्युदर के नीचे

गांधीनगर, 05 जनवरी (वार्ता) गुजरात में राजकोट और अहमदाबाद के सिविल अस्पतालों में पिछले एक माह में ही 200 से अधिक बच्चों की मौत के बाद मची अफरातफरी के बीच राज्य की भाजपा सरकार ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में बच्चों की मौत का आंकड़ा नवजात शिशु मृत्यु दर की औसत के नीचे है।
उधर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य में सामने आये इस आंकड़े पर नाराजगी जतायी है।
राज्य के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री नीतिन पटेल ने पत्रकारों को बताया कि राज्य में शिशु मृत्यु दर 1997 के 62 प्रति हजार से घट कर 2017 तक 30 पर आ गयी थी और इसके 2019 में 25 के आसपास रहने की संभावना है। राज्य सरकार इसे और घटाने के लिए प्रयास भी कर रही है।
उधर, आज सुबह वडोदरा में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के इस मामले में पूछे गये सवाल को टाल देने को लेकर भी विपक्षी नेताओं ने आलोचना की है।
बताया जा रहा है कि श्री रूपाणी के गृहनगर राजकोट के सिविल अस्पताल में दिसंबर के दौरान 134 और अहमदाबाद में 85 बच्चों की मौत हुई है। इनमें से कई बच्चे गंभीर रूप से बीमार हालत में रेफर किये गये थे।
श्री पटेल ने कहा कि हर साल लगभग 12 लाख बच्चे गुजरात में जन्म लेते हैं जिनमें से 99 प्रतिशत अस्पतालों में प्रसव के जरिये पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि देश में सबसे ऊंची शिशु मृत्यु दर 47 प्रति हजार मध्य प्रदेश में हैं। असम में यह 44, उत्तर प्रदेश में 41 राजस्थान में 38, छत्तीसगढ़ और बिहार में 35, उत्तराखंड 34, आंध्र प्रदेश में 32 और हरियाणा में 30 है।
उन्होंने कहा कि राजकोट और अहमदाबाद के सिविल अस्पतालों के विशेष नवजात चिकित्सा इकाइयों में कई गंभीर रूप से बीमार बच्चे भी रेफर किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि राजकोट की ऐसी इकाई में दिसंबर में इलाज के लिए आये 388 बच्चों में से 111 की मौत हो गयी। चिकित्सकों का कहना है कि दिसंबर माह में प्रसव अधिक होते हैं और मौत का आंकड़ा भी अधिक होता है। अहमदाबाद में ऐसी इकाई में दिसंबर में इलाज के लिए लाये गये 415 बच्चों में से 88 की मौत हो गयी थी।
इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा कि यह बेहद दु:खद बात है कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का राज्य होने के बावजूद गुजरात के दो अस्पतालों में ही एक माह में 200 से अधिक बच्चों की मौत हो गयी है। भाजपा यहां 22 साल से अधिक समय से सत्तारूढ़ हैै। अगर राज्य भर के सरकारी अस्पतालों का आंकड़ा लिया जाये तो यह संख्या हजारों में जायेगी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि वह इस मामले में राजनीति नहीं करना चाहते पर राजस्थान के एक अस्पताल में बच्चों की मौत पर वहां के मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगने वाली भाजपा क्या गुजरात में भी ऐसी मांग करेगी।
रजनीश
वार्ता
More News
राहुल भिंड में और प्रियंका मुरैना में करेंगी सभाएं

राहुल भिंड में और प्रियंका मुरैना में करेंगी सभाएं

26 Apr 2024 | 11:53 PM

भोपाल, 26 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी 30 अप्रैल को मध्यप्रदेश के भिंड संसदीय क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा दो मई को मुरैना संसदीय क्षेत्र में सभा लेंगी।

see more..
मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने प्रदेश के मतदाताओं ने किया मतदान: शर्मा

मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने प्रदेश के मतदाताओं ने किया मतदान: शर्मा

26 Apr 2024 | 11:52 PM

भोपाल, 26 अप्रैल (वार्ता) मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने आज कहा मतदाताओं के उत्साह से यह साबित हो गया है कि देश की जनता श्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के संकल्प को पूरा करने के लिए मतदान किया है। इसके लिए वे सभी मतदाताओं, नागरिकों का हार्दिक अभिनंदन और बधाई देते हैं।

see more..
image