राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 17 2019 3:23PM उत्तर प्रदेश चिकित्सक हड़ताल दो अंतिम लखनऊआगरा,प्रयागराज,वाराणसी,कानपुर और गोरखपुर समेत राज्य के विभिन्न जिलों में डाक्टरा सारा दिन हड़ताल में रहे। डाक्टरों की हड़ताल से मरीज और उनके तीमारदार खासे परेशान दिखायी पड़े। सरकारी अस्पतालों में विशेषकर डाक्टरों ने गंभीर मरीजों की तरफ निगाह घुमाने से भी परहेज किया। कानपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार नीलरतन सरकार मेडिकल कॉलेज में हुई हिंसा के विरोध में हैलट अस्पताल में ओपीडी की सेवाएं ठप हो गई लेकिन इमरजेंसी सेवाएं अभी चल रही हैं। डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर आईएमए अध्यक्ष डॉ अर्चना भदौरिया ने कहा “ पश्चिम बंगाल में जिस तरह से हिंसक भीड़ ने डॉक्टरों को निशाना बनाया है। उसका हम सब विरोध करते हैं। इस बर्बरता के खिलाफ आईएमए हेडक्वार्टर के निर्देशानुसार सभी डॉक्टर आज से लेकर 18 जून सुबह तक हड़ताल पर रहेंगे। उन्होने कहा “ इस हड़ताल में डॉक्टरों के द्वारा हैलट अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों को नहीं देखा जाएगा लेकिन हैलट अस्पताल की इमरजेंसी सेवाओं पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सभी डॉक्टरों ने जनहित में इमरजेंसी सेवा चालू रखने की बात कही है। साथ ही साथ अध्यक्ष ने कहा कि जब तक डॉक्टरों की सभी मांगें मंजूर नहीं कर ली जाती है और डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती है तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। ” गौरतलब है कि कोलकाता के एनआरएसएमसी अस्पताल में पिछले मंगलवार को एक बुजुर्ग मरीज की हृदयाघात से मौत हो जाने से आक्रोशित करीब दो सौ लोगों की भीड़ ने डाक्टरों पर हमला कर दिया था। इस हमले में दो रेजीडेंट डाक्टरों को गंभीर चोटें आयी थी। प्रदीपवार्ता