नई दिल्ली, 15 मई (वार्ता) भारत की निकहत जरीन, परवीन और अनामिका ने एकतरफा जीत के साथ रविवार को तुर्की के शहर इस्तांबुल में जारी 12वीं आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने-अपने भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया । इन तीनों ने अपनी-अपनी विपक्षी खिलाड़ियों पर 5-0 के अंतर से जीत हासिल की।
इन तीन को लगाकर भारत की सात मुक्केबाज अब क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुकी हैं। चार ने पहले ही क्वालीफाई किया था। क्वार्टर फाइनल मैच सोमवार को होंगे। रविवार को शिक्षा को हालांकि कड़े मुकाबले मे हार मिली। इस दिन अभी दो और भारतीय मुक्केबाजों को अंतिम-16 दौर में हिस्सा लेना है।
दिन का पहले मुकाबले में 52 किग्रा भार वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में निकहत का सामना मंगोलिया की लुत्सैखान अल्तांतसेटसेग से हुआ, जिसे उन्होंने 5-0 से एकतरफा अंदाज में जीता फिर 63 किग्रा भार वर्ग के अंतिम-16 दौर के मुकाबले में परवीन ने पूर्व युवा ओलंपिक चैंपियन अमेरिका की जजैरा गोंजालेज को 5-0 से हराया। फिर अनामिका (50 किग्रा) ने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता ऑस्ट्रेलिया की क्रिस्टी ली हैरिस को भी 5-0 से हरा दिया।
छोटे कद की अनामिका जानती थीं कि लम्बे कद की हैरिस के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए शुरुआत से ही बेहतर फुटवर्क के साथ आक्रामकता और सटीक मुक्कों का मेल लेकर चलना होगा। इसी कारण वह चढ़कर खेलीं। पहले राउंड में बढ़त लेने के बाद दूसरे राउंड में उन्होंने दो बार हैरिस को घुटनों पर ला दिया।तीसरा राउंड कुछ अलग नहीं रहा। हैरिस ने हालांकि इसमें वापसी की कोशिश की लेकिन अनामिका ने कोई मौका नहीं दिया और विजेता बनकर उभरीं। अब अनामिका सोमवार को क्वार्टर फाइनल में रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली कोलंबिया की इंगरिट वेलेंसिया से भिड़ेंगी, जिन्होंने एकतरफा अंदाज में ताजिकिस्तान की रुहाफ्जो हकनाजारोवा को 5-0 से हराया।
उधर, अपने लम्बे कद का फायदा उठाकर परवीन ने जजैरा के खिलाफ पहले राउंड में बेहतर प्रदर्शन किया और सभी जजों को प्रभावित करने में सफल रहीं। जजैरा काफी आक्रामक दिख रही थीं लेकिन परवीन ने उन्हें सफलतापूर्वक डाज किया और लम्बे हाथों से सही समय पर सटीक मुक्के लगाए। दूसरे राउंड में भी लगभग यही नजारा रहा। जजैरा वापसी की फिराक में इस राउंड में और अधिक आक्रामक हुईं लेकिन परवीन ने अपना संयम बनाए रखा। तीसरे और अंतिम राउंड में जजैरा पहले से अधिक आक्रामक हुईं लेकिन परवीन ने अपने लम्बे हाथों का प्रयोग कर उनके खिलाफ एकतरफा जीत दर्ज की। अगले दौर में परवीन का सामना ताजिकिस्तान की शोइरा जुल्कानारोवा से होगा, जिन्होंने दक्षिण कोरिया की हेइदियोन जियोंग को 3-2 से हराया।
बहरहाल, पहले राउंड में निकहत और लुत्सैखान ने बेहद आक्रामक खेल दिखाया लेकिन निकहत दो कदम आगे रहीं। लुत्सैखान ने कई मौकों पर निकहत पर हावी होने की कोशिश की लेकिन भारतीय मुक्केबाज ने अपना पूरा दमखम लगाते हुए उनके सारे प्रयासों को नाकाम करते हुए पांच में से चार जजों को प्रभावित किया।दूसरे राउंड में निकहत ने लुत्सैखान पर कोई रहम नहीं दिखाया और कई जोरदार मुक्के मारे। यह राउंड पूरी तरह निकहत के नाम रहा और वह सभी जजों से पूरे अंक बटोरने में सफल रहीं। तीसरे राउंड में भी निकहत पूरे आत्मविश्वास से लुत्सैखान पर मुक्के बरसातीं रहीं और अंततः विजेता बनकर उभरीं। क्वार्टर फाइनल में निकहत का सामना इंग्लैंड के चार्ली डेविसन से होगा, जिन्होंने टोगो की हैनाइट कायला को हराया।
दिन की एकमात्र हार शिक्षा (54 किग्रा) को मिली। शिक्षा को युवा एशियाई कांस्य पदक विजेता येसुगेन ओयुंटसेटसेग के हाथों 2-3 से करीबी हार मिली।
रविवार को दो अन्य भारतीय मुक्केबाज अंतिम-16 दौर के मुकाबलों में एक्शन में होंगी। जैस्मीन (60 किग्रा) का सामना ऑस्ट्रेलिया की एंजेला हैरिस से होगा। इसी तरह, 2017 यूथ वर्ल्ड चैंपियन अंकुशिता (66 किग्रा) पोलैंड की अनीता रायगिल्स्का के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप में पदार्पण करेंगी।
चार भारतीय मुक्केबाज पहले ही क्वार्टर फाइनल मुकाबलों के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। 2022 स्ट्रैंड्जा मेमोरियल मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू (48 किग्रा) अपने क्वार्टर फाइनल मैच में कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा से भिड़ेंगी।
इसके बाद मनीषा (57 किग्रा) को क्वार्टर फाइनल में युवा विश्व कांस्य पदक विजेता मंगोलिया की नामुन मोनखोर की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा। इसी तरह, टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा चुकीं दो बार की एशियाई चैंपियन पूजा रानी (75 किग्रा) अपने अंतिम-8 मैच में ऑस्ट्रेलिया की जेसिका बागले से भिड़ेंगी। नंदिनी (81+ किग्रा) का क्वार्टर फाइनल मुकाबला मोरक्को की खदीजा मार्डी के खिलाफ होगा। नंदिनी सीधे क्वार्टर फाइनल से ही अपने अभियान की शुरुआत करेंगी।
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