नयी दिल्ली, 14 सितम्बर (वार्ता) राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने शारीरिक शिक्षकों, खेल शिक्षकों, फ़िज़ियोथेरेपिस्ट और खिलाड़ियों से कहा है कि वे नाडा की गाइड लाइन के हिसाब से अपनी खेल तैयारियां करें।
अग्रवाल ने नाडा, खेल मंत्रालय और फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एकदिवसीय एंटी डोपिंग प्रशिक्षक कार्यशाला में यह बात कही।
कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि एवं नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने किया। इस कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि अर्जुन अवार्डी यशपाल सोलंकी थे। फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया के सचिव डॉ.पीयूष जैन ने आये अतिथियों का स्वागत किया।
नवीन अग्रवाल ने कार्यशाला में हिस्सा लेने आये शारीरिक शिक्षकों, खेल शिक्षकों, फ़िज़ियोथेरेपिस्ट, खिलाड़ियों से नाडा की गाइड लाइन के हिसाब से खेल तैयारियों को करने की अपील करते हुए कहा, “हमारे खिलाड़ी और प्रशिक्षक जाने अनजाने में कुछ भोज्य पदार्थ या दवाइयों का सेवन करते रहते हैं जिनका दूरगामी परिणाम बड़ा ही भयावह होता है जब लिवर, किडनी, हड्डियों से सम्बंधित समस्याओं से व्यक्ति ग्रसित हो जाता है जिसके बाद वह ना समाज और ना देश के लिए कुछ करने लायक रहता है।”
उन्होंने कहा कि डोपिंग का सेवन करने से खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी बहुत असर पड़ता है। उन्होंने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को शपथ दिलाई कि वह कभी प्रतिबंधित दवाइयों का सेवन जीवन में नहीं करेंगे।