नयी दिल्ली, 16 फरवरी (वार्ता) कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने पुलवामा में आतंकवादी हमले को लेकर प्रधानमंत्री से राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों की बैठक बुलाने का आग्रह किया है।
संसद भवन में शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने बताया कि उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह के माध्यम से प्रधामंत्री से निवेदन किया है कि वह राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों के साथ स्वयं बैठक करें। अन्य विपक्षी दलों ने भी उनकी इस माँग का समर्थन किया।
उल्लेखनीय है कि आज की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल नहीं थे और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी अध्यक्षता की थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी समेत किसी भी बड़ी पार्टी का अध्यक्ष बैठक में शामिल नहीं हुआ तथा उन्होंने अपने प्रतिनिधियों को भेजा था। सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस, तेलुगुदेशम् पार्टी तथा कुछ अन्य विपक्षी दलों ने भी कांग्रेस की माँग का समर्थन किया।
तृणमूल की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा लोकसभा सांसद सुदीप बंदोपाध्याय और तेदेपा की ओर से लोकसभा सांसद के. राममोहन नायडू बैठक ने अपनी-अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। कांग्रेस की ओर से श्री आजाद के अलावा श्री आनंद शर्मा, श्री के.सी. वेणुगोपाल और श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद थे।
श्री आजाद ने कहा कि पूरा देश पुलवामा हमले के कारण शोकाकुल है। राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रश्न पर कांग्रेस पार्टी सरकार तथा सुरक्षा बलों के साथ खड़ी है। जम्मू-कश्मीर हो या देश का कोई अन्य हिस्सा, आतंकवाद के विरुद्ध कांग्रेस सरकार के समर्थन में खड़ी रहेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार के साथ पार्टी के मतभेद हैं, लेकिन देश की एकता-अखंडता के लिए सुरक्षा के लिए हम सरकार के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने दावा किया कि युद्ध की स्थिति को छोड़ दें तो आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवान शहीद हुये हैं। सभी देशवासी आज मातम मना रहे हैं। कांग्रेस और पूरा देश इस समय अपने सुरक्षा बलों, अपनी सेना, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का खात्मा हो यह हम सभी की प्राथमिकता है।
अभिनव अजीत
वार्ता