भारतPosted at: Oct 19 2021 3:25PM पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप नाभा उवर्रक की किल्लत को लेकर मिले मांडविया से
नयी दिल्ली,19 अक्टूबर(वार्ता) पंजाब के कृषि मंत्री रणदीप सिंह नाभा ने मंगलवार को यहां केन्द्रीय रसायन मंत्री मनसुख मांडविया से मुलाकात कर राज्य में उवर्रकों की कमी से अवगत कराते हुए इनकी आपूर्ति सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगर आगामी बुवाई सीजन में प्रदेश में आवश्यक रासायनिक उर्वरकों की कमी हुई तो कानून व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है।
इस बातचीत में केंद्र ने पंजाब को 17 रैक उर्वरक जल्द भेजे जाने का भरोसा दिलाया है।
श्री नाभा ने केन्द्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद पंजाब भवन में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को राज्य में उवर्रकों की कमी से अवगत करा दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि अगले दो महीने तक पंजाब में गेहूं और रबी मौसम की अन्य फसलों की बुवाई का काम तेजी पर होगा ऐसे में अगर किसनों को उर्वरक न मिले तो राज्य में कानून व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है। उन्होंने कहा कि श्री मांडविया ने उनकी मांगों पर गौर करते हुए आश्वासन दिया है कि राज्य को जल्दी ही समुचित मात्रा में उवर्रकों की आपूर्ति कर दी जाएगी।
श्री नाभा ने कहा कि इस समय डीएपी उवर्रक की काफी कमी है। उन्होंने इसके लिए केंद्र को जिम्मेदा बताया। उन्होंने कहा कि पंजाब को आवंटित एक लाख 97 टन में से मात्र उसे 41 प्रतिशत की ही आपूर्ति की गई है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने साढ़े पांच लाख टन उवर्रक की मांग की थी । मांग के अनुरूप आवंटन में कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने महसूस किया था कि उसके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है और इसी मसले पर उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से आज बात की है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे राज्य की मांग 60 हजार टन थी लेकिन उसे एक लाख से अधिक टन उवर्रक की आपूर्ति की गई जो मांग के अनुरूप 170 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह हरियाणा को आवंटन से अधिक 89 प्रतिशत और राजस्थान को 88 प्रतिशत ज्यादा आपूर्ति की गई है लेकिन पंजाब के साथ इस तरह की कमी के कारण यह लग रहा था कि राज्य की उपेक्षा की जा रही थी। इस मामले को लेकर राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार को कईं बार पत्र भी लिखा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी और आज उन्होंने खुद केन्द्रीय मंत्री से मिलकर उन्हें अवगत करा दिया कि अगर राज्य में खाद की कमी के मसले को नहीं सुलझाया गया तो आगामी दो तीन महीने में किसानों में अंसतोष पैदा हो सकता है। श्री नाभा ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि राज्य में उवर्रकों की 17 रैक जल्दी भेज दी जाएगी जिनमें दस डीएपी, पांच एनपी और दो रैक एसएसपी के दिए जाएंगे।
जितेन्द्र मनोहर
वार्ता