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जोधपुर में 20 से 22 मार्च को आयोजित होगा राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो

जोधपुर में 20 से 22 मार्च को आयोजित होगा राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो

जयपुर, 03 फरवरी (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप राज्य के औद्योगिक विकास को विश्वपटल पर नयी ऊंचाइयां देने और हैण्डीक्राफ्ट, वुडन एवं आयरन फर्नीचर, स्टील के बर्तन, कृषि खाद्य उत्पाद, स्टोन आर्टिकल्स, इंजीनियरिंग गुड़स् क्षेत्र में निर्यात को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो का प्रथम संस्करण जोधपुर में 20 से 22 मार्च को आयोजित किया जायेगा।

राज्य की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो के लोगो और ब्राॅशर लांचिंग सेरेमनी में आज यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जोधपुर के बोरोनाड़ा स्थित ट्रेड फेसिलिटेशन सेन्टर में आयोजित होने वाले इस एक्सपो में भाग लेने के लिए 28 देशों के 20 हजार से अधिक विदेशी बाॅयर्स को निमंत्रण भेजा गया है। राज्य सरकार द्वारा विश्व के सभी देशों के भारतीय दूतावासों में सम्पर्क किया गया है। अब तक कुल 28 देशों से बायर्स की सूची प्राप्त हो चुकी है।

उन्होंने कहा कि कोरोना के समय काम रुक जाने के बाद इसके पश्चात फिर से काम शुरु होने पर श्री गहलाेत के विजन एवं सोच को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है और मुख्यमंत्री की सोच के अनुसार इस एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है जिसके जरिए उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, जिससे राजस्थान का नाम आगे बढ़ेगा और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद हमारा निर्यात बढ़ रहा है। उन्होंने कहा एक्सपो से छोटे उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा।

श्रीमती रावत ने कहा कि इंटरनेशनल एक्सपो प्रदेश में निर्यात के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। इस अंतरराष्ट्रीय एक्सपो में हस्तशिल्प से लेकर वुडन एवं आयरन फर्नीचर, सेरेमिक एवं अन्य उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जोधपुर को भारत की हैण्डीक्राफ्ट केपिटल कहा जाता है। देश भर से वुडन, आयरन से संबंधित हैण्डीक्राफ्ट आइटम जोधपुर से निर्यात किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त हाल में केन्द्र सरकार ने जोधपुर में पूर्व में संचालित इनलैण्ड कंटेनर डिपो की क्षमता विस्तार के लिए 95 करोड़ रूपये की विशेष सहायता स्वीकृत की है। इसलिए मुख्यमंत्री ने जोधपुर को इस अन्तराष्ट्रीय प्रदर्शनी के लिए चुना है।

इस अवसर पर राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउसिंल (आरईपीसी) एवं राजसीको के चेयरमैन राजीव अरोड़ा, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता और उद्योग एवं वाणिज्य आयुक्त महेंद्र कुमार पारख के अलावा आरईपीसी के वाईस चेयरमैन महावीर प्रसाद शर्मा भी मौजूद थे।

इस मौके श्री अरोड़ा ने बताया कि जोधपुर के बोरोनाड़ा स्थित ट्रेड फेसिलिटेशन सेन्टर आयोजित होने वाले इस एक्सपो में भाग लेने के लिए इनमें जर्मनी, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात, यूके, सिंगापुर, नीदरलैंड, मेक्सिको, बेलारूस, चिली, हंगरी, पुर्तगाल, वियतनाम, ताइवान, ब्राजिल, कोलंबिया के अतिरिक्त श्रीलंका, भूटान, म्यांमार, कुवैत, सूडान, कजाखस्तान आदि देशों के बाॅयर्स को एक्सपो में भाग लेने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। राजस्थान उत्तरोत्तर बहुमुखी प्रगति के पथ पर अग्रसर है और उद्योग जगत भी इस विकास यात्रा से अछूता नहीं है।

श्री अरोड़ा ने राजस्थान निर्यात संवर्धन परिषद की सदस्यता लेने का भी आह्वान किया गया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों और औद्योगिक संस्थानों को परिषद की सदस्यता लेने से मार्च में होने वाले एक्सपो सहित अन्य इवेंट्स में कई सुविधाएं दी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि सदस्यता लेने के बाद ही उद्योगों को लाभ दिया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि इस एक्सपो में भाग लेने के लिए दिल्ली स्थित लगभग 25 विदेशी दूतावास के राजदूतों ने अपने व्यापारिक प्रतिनिधि भेजने के लिए सकारात्मकता दिखाई है। यूरोप, अमरीका ,मध्यएशिया, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों के भारतीय दूतावास एवं उच्चायुक्तों के माध्यम से विदेशी क्रेताओं से सम्पर्क कर इस आयोजन में भाग लेने के लिये आमन्त्रित किया जाएगा। एक्सपो में शामिल होने के लिए पुष्टि करने वाले कुछ दूतावासों में फिजी गणराज्य, दक्षिण सूडान, जाम्बिया और नारू शामिल है। एक्सपो में 20 हजार वर्ग मीटर के प्रदर्शनी क्षेत्र में पांच डोम लगाये जायेंगे जिनमें 318 स्टाॅल्स होगी। इन स्टाॅल्स पर हस्तशिल्प एवं फर्नीचर से लेकर टैक्सटाईल एवं गारमेंट, एग्री फुड, किचनवेयर एवं मेटरवेयर, इंजीनियरिंग गूड्स, सेरेमिक व अन्य उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रदर्शित किया जाएगा।

श्री अरोड़ा ने कहा कि इस एक्सपो से विशेष रूप से प्रदेश के उन कारीगरों को प्रोत्साहन मिलेगा, जिन्हें गाँव-गाँव में काम करके अपने उत्पादों को बेचने के लिए दिल्ली, मुंबई आदि महानगरों में जाना पड़ता है। इस आयोजन के माध्यम से अधिक से अधिक खरीदारों तक उत्पाद पहुंचेंगे तथा स्थानीय उत्पादों के प्रति इनका आकर्षण बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पिछले करीब 75 वर्षों में यह जोधपुर में ऐसा नवाचार है जिसके सफल रहने पर आगे आने वाले समय में इसे निरंतर किया जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि हाल में आरईपीसी द्वारा राज्य की प्रतिष्ठित औद्योगिक संगठन - फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज (फोर्टी) के साथ एमओयू किया गया है। इसके एमओयू के तहत फोर्टी द्वारा एक्सपो के आयोजन में सहयोग प्रदान किया जायेगा। इस एमओयू के तहत फोर्टी द्वारा आगामी जुलाई में नैरोबी एवं केन्या में प्रदेश के उद्यमियों के उत्पादों को शोकेस करने के लिए ‘इंडो ईस्ट अफ्रीका ट्रेड एक्सपो 2023’ का आयोजन किया जायेगा।

जोरा

वार्ता

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