श्रीनगर, 11 फरवरी (वार्ता) जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के पुराने इलाकों तथा सिविल लाइन्स क्षेत्र में किसी तरह के प्रदर्शन को रोकने के लिए सोमवार को कर्फ्यू जैसी पाबंदिया लगायी गयी।
एक पुलिस अधिकारी ने यूनीवार्ता को बताया कि पुराने श्रीनगर के एम. आर. गंज, खान्यार, रैनवारी, सफा कदल तथा नौहट्टा, सिविल लाइन के मैसूमा तथा क्रालखुद में अपराध प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत एहतियातन पाबंदियां लगा दी गयी हैं।
उन्होंने कहा, “ कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए पाबंदियां लगाई गयी हैं।”
घंटाघर तथा ऐतिहासिक लाल चौक की ओर तथा ग्रीष्मकालीन राजधानी के व्यापारिक केंद्र की ओर जाने वाली सड़कों को बंद कर दिया गया और लोगों को एम. ए. रोड से जाने को कहा जा रहा है।
अलगाववादियों के उदारवादी धड़े हुर्रियत कांफ्रेस के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूक का मजबूत गढ़ माने जाने वाले इलाके में स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के सभी दरवाजों को बंद कर दिया गया है तथा किसी को भी इबादत करने के लिए मस्जिद में नहीं जाने दिया जा रहा है।
भारी संख्या में सुरक्षा बलों तथा राज्य पुलिस के जवानों को पुराने शहर में कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए तैनात किया गया है।
सुरक्षा बलों ने कुछ जगहों पर कटीले तारों से घेर कर मुख्य सड़कों को बंद कर दिया है और लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए आंतरिक मार्गों से जाने के निर्देश दिये जा रहे हैं।
सुरक्षा बलों के जवान मुल्खा, रैनवाड़ी, नौहट्टा, राजौरी, कदल तथा खान्यार में गश्त लगाते हुए देखे गए।
इसी तरह से सिविल लाइंस में मैसूमा की ओर जाने वाली सड़कों को कटीले तारों से घेरकर बंद कर दिया गया है, जबकि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए क्रालखुद में सुरक्षा व्यस्था कड़ी कर दी गयी है।