नयी दिल्ली,15 नवंबर (वार्ता) दिल्ली में एक बार फिर कोरोना वायरस के होते विकराल रुप को नियंत्रित करने के लिये केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में रविवार को हुई बैठक में राजधानी में आरटी पीसीआर जांच में दो-गुना वृद्धि के साथ राजधानी में लैबों की क्षमता का अधिक से अधिक उपयोग करके, जहां कोविड होने का खतरा ज़्यादा है, वहां स्वास्थ्य मंत्रालय तथा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद(आईसीएमआर)की मोबाइल टेस्टिंग वैनों को तैनात करने का फैसला किया गया।
श्री शाह ने बैठक में दिये गये निर्देशों के बारे में सिलसिलेवार ट्वीट कर जानकारी दी। नवंबर में भयावह होते कोरोना की रोकथाम के लिये यह बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन, उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन, दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव और केंद्र तथा दिल्ली सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
श्री शाह ने कहा आज की बैठक में विभिन्न निर्देश दिये गये। सर्वप्रथम दिल्ली में आरटी-पीसीआर टेस्ट में दो-गुना वृद्धि की जाएगी। दिल्ली में लैबों की क्षमता का अधिक से अधिक उपयोग करके, जहां कोविड होने का खतरा ज़्यादा है, वहां स्वास्थ्य मंत्रालय तथा आईसीएमआर की मोबाइल टेस्टिंग वैनों को तैनात किया जाएगा।
दिल्ली में अस्पतालों की क्षमता तथा अन्य मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता में वृद्धि की जानी चाहिए। इसी दिशा में मई में बनाए गये धौला कुआं स्थित डीआरडीओ के कोविड अस्पताल में 250 से 300 आईसीयू बेड और शामिल किए जाएंगे, जिसे गम्भीर कोविड रोगियों का वहाँ इलाज किया जा सके।
ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेडों की उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से छतरपुर के 10,000बेड वाले कोविड सेंटर को और सशक्त किया जाएगा। एमसीडी के कुछ चिन्हित अस्पतालों को हल्के-फुल्के लक्षण वाले कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए डेडिकेटेड अस्पतालों के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।
कोविड-19 संबंधी मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता तथा मरीजों की भर्ती की स्थिति के इंस्पेक्शन तथा पहले लिए निर्णय के अनुसार, बेडों की उपलब्धता की सही स्थिति को स्पष्ट रूप से दर्शाने के लिए, डेडिकेटेड बहु-विभागीय टीमें, दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पतालों में जाएंगी।
पहले शुरू किए गए सारे कंटेनमेंट उपायों की समीक्षा हो, जैसे कंटेनमेंट जोनों की स्थापना, कंटेक्ट ट्रेसिंग तथा क्वारंटीन और स्क्रीनिंग। विशेषकर वह लोग जिन्हें कोविड होने का खतरा अधिक है उनकी लगातार समीक्षा की जानी चाहिए ताकि रोकथाम उपायों को लागू करने में कोई कमी ना रह जाए।
केंद्रीय सशक्त पुलिस बलों ने कोरोना से लड़ने में देश और दिल्ली की जनता का बहुत सहयोग किया है। मोदी सरकार ने दिल्ली में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को देखते हुए सीएपीएफ से अतिरिक्त डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ देने का निर्णय किया है, उन्हें शीघ्र ही एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया जायेगा।
श्री शाह ने कहा आज की बैठक में यह भी निर्देश दिए कि कोविड-19 के होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों की ट्रैकिंग रखने तथा तत्काल मेडिकल सुविधा की आवश्यकता पड़ने पर उनको तुरंत कोविड अस्पतालों में शिफ्ट करने की जरूरत पर विशेष रूप से बल दिया जाए। जिससे अधिक से अधिक लोगों के जीवन को बचाया जा सके।गंभीर कोरोना मामलों में प्लाज्मा डोनेशन और प्रभावित व्यक्तियों को प्लाज्मा प्रदान किए जाने के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने के निर्देश दिए। डॉ. वी के पॉल, निदेशक एम्स और महानिदेशक आईसीएमआर के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय समिति इसपर जल्द ही रिपोर्ट देगी।
दिल्ली में अधिक से अधिक लोगों की जान बचने के लिए केंद्र सरकार दिल्ली को ऑक्सीजन सिलिंडर, हाई फ्लो नासल कैन्नूला और अन्य सभी जरुरी स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध करवाएगी।
गंभीर कोरोना मामलों में प्लाज्मा डोनेशन और प्रभावित व्यक्तियों को प्लाज्मा प्रदान किए जाने के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने के निर्देश दिए। डॉ. वी के पॉल, निदेशक एम्स और महानिदेशक आईसीएमआर के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय समिति इसपर जल्द ही रिपोर्ट देगी।
श्री शाह ने कहा सुरक्षा ही कोरोना का एक मात्र उपाय है, इसलिए लोगों को कोविड-19 व्यवहार के बारे में बताने तथा लंबे समय में मेडिकल और स्वास्थ्य मानदंडों पर इससे पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव के बारे में जानकारी देने के लिए दिल्ली में ठोस संवाद कार्यनीति होनी चाहिए। इसके लिए भी निर्देश दिए।
गृहमंत्री शाह ने दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दूसरी बार कमान संभाली। इससे पहले जून में स्थिति को बिगड़ता देख श्री शाह ने अपनी देखरेख में कार्रवाई की थी और कोरोना पर काबू पाया गया था । नवंबर माह में कोरोना राजधानी में फिर बढ़ रहा है। रिकार्ड नये मामलों के साथ वायरस से मरने वालों की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ी है।
दिल्ली में पिछले 24 घंटे में वायरस के 3235 नए मामले आए और 95 मरीजों की मौत हुई है । दिल्ली में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 7614 हो गई है।
मिश्रा.संजय
वार्ता