नयी दिल्ली, 04 जून (वार्ता) कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के बीच देश में एक जून से अनलॉक वन शुरू हो चुका है और सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए खेल गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत दी गयी है लेकिन इस दौरान यह ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि मास्क पहनकर रनिंग या अभ्यास करना खतरनाक हो सकता है।
लखनऊ के फिटनेस और स्पोर्ट्स मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ सरनजीत सिंह का मानना है कि मौजूदा समय में मास्क पहनकर रनिंग या अभ्यास करना न केवल खतरनाक हो सकता है बल्कि जानलेवा भी हो सकता है। उन्होंने आगाह किया है कि जो खिलाड़ी अपनी ट्रेनिंग पर लौट रहे हैं और जो लोग अपनी फिटनेस के लिए रनिंग करते हैं उन्हें अपना अभ्यास करते समय मास्क का इस्तेमाल कतई नहीं करना चाहिए। उनका मानना है कि यदि आप दिशा निर्देशों का पालन करते हैं और सामजिक दूरी बनाये रखते हैं तो आपको रनिंग, जॉगिंग या अभ्यास के समय मास्क पहनने की कोई जरूरत नहीं है।
डॉ सरनजीत ने यूनीवार्ता से विशेष बातचीत में कहा, “मास्क पहनकर किसी भी तरह की शारीरिक एक्सरसाइज करना खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि मास्क पहनकर ऐसा करने से ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ने का संतुलन गड़बड़ा जाता है और इसका सीधा असर शरीर के अंगों पर पड़ता है।”
उन्होंने बताया कि चीन के एक शहर में 14 साल के दो बच्चे मास्क लगाकर रनिंग कर रहे थे कि उनकी मौत हो गयी। इसी तरह वुहान में 26 साल का एक नौजवान मास्क लगाकर सड़क पर रनिंग कर रहा था और उसकी भी मौत हो गयी।
डॉ सरनजीत ने कहा, “यह सामान्य प्रक्रिया है कि हम हवा के सहारे ऑक्सीजन लेते हैं और कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ते हैं लेकिन मास्क लगाने से इन महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं का सामान्य प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। जब हम एक्सरसाइज करते हैं तो हमें ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत रहती है और हम ज्यादा कार्बन डाई ऑक्साइड पैदा करते हैं तथा उसे रिलीज करते हैं। लेकिन मास्क पहनने से कार्बन डाई ऑक्साइड उसमें फंस जाती है और हम बार-बार उसी को लेने लगते हैं जिससे खून में कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है और ऑक्सीजन कम हो जाती है।”
डॉ सिंह ने कहा, “इससे शरीर के अंगों पर असर पड़ता है और चक्कर आ सकते हैं तथा व्यक्ति बेहोश हो सकता है। इसका फेफड़ों और दिल पर भी असर पड़ सकता है। इस सूरत में हम बहुत जल्दी थकने लगते हैं लेकिन हमें लगता है कि हम अभ्यास के कारण थक रहे हैं। ऐसे में पसीना काफी आता है और मास्क गीला हो जाता है जिससे ऑक्सीजन लेना मुश्किल हो जाता है। इस सूरत में मौत भी हो सकती है। इस सूरत में यदि मास्क लगा रखा है तो उसे तुरंत उतार देना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि कुछ खिलाड़ी अपना प्रदर्शन बढ़ाने के लिए एलिवेशन ट्रेनिंग मास्क या एल्टीट्यूड मास्क पहनते हैं। वर्ष 2017 में भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के समय कुछ भारतीय क्रिकेटरों ने ऐसे मास्क पहने थे। इससे प्रदर्शन बढ़ता है या नहीं यह एक अलग बहस का विषय है लेकिन वह इस तरह के मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं देंगे।
डॉ सरनजीत ने कहा कि जिम में एक्सरसाइज करते समय तो मास्क बिलकुल नहीं लगाना चाहिए क्योंकि यह और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिम खोलने की बात चल रही है जबकि अभी इन्हें नहीं खोला जाना चाहिए क्योंकि जिम में जाने वाला व्यक्ति सभी उपकरणों का इस्तेमाल करता है जिससे वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा हो सकता है।
उन्होंने अपनी सलाह में कहा कि खिलाड़ियों को अभी आउटडोर अभ्यास से बचना चाहिए और बेहतर होगा कि वे इंडोर अभ्यास करें। साथ ही अपना प्रदर्शन बढ़ाने की कोशिश करने के बजाये फिलहाल अपने फिटनेस स्तर को बनाये रखने पर ज्यादा ध्यान दें।
राज
वार्ता