खेलPosted at: Mar 18 2018 6:43PM इतिहास बनाने से चूकीं सिंधू
बर्मिंघम 18 मार्च (वार्ता) ओलम्पिक रजत पदक विजेता भारत की पीवी सिंधू का आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना जापान की अकाने यामागूची के हाथों कड़े संघर्ष के बाद 21-19 19-21 18-21 की हार के साथ न सिर्फ टूट गया बल्कि वह इतिहास बनाने से भी चूक गयीं।
विश्व रैंकिंग में तीसरे नंबर की भारतीय खिलाड़ी का दूसरी सीड यामागूची के खिलाफ 6-3 का करियर रिकॉर्ड था और उनके पास मैच जीतने के पूरे मौके थे लेकिन उन्होंने एक घंटे 20 मिनट तक चले मैराथन संघर्ष के बावजूद तमाम अहम मौके गंवाये। सिंधू का इस हार से आल इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचने वाली पांचवीं भारतीय खिलाड़ी बनने का सपना टूट गया।
प्रकाश नाथ 1947, प्रकाश पादुकोण 1980 और 1981, मौजूदा राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद 2001 और सायना नेहवाल 2015 में आल इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचे थे। इनमें से पादुकोण और गोपीचंद ही खिताब जीत पाए हैं।
यामागूची का फाइनल में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी और गत चैंपियन ताइपे की तेई जू यिंग से मुकाबला होगा जिन्होंने आठवीं सीड चीन की चेन यूफेई को एकघंटे चार मिनट में 21-15 20-22 21-13 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
चौथी वरीयता प्राप्त सिंधू ने लगातार चौथा मुकाबला तीन गेमों का खेला। पहला गेम एक समय सिंधू के कब्जे में था जब उन्होंने 17-11 की बढ़त बना ली थी लेकिन यामागूची ने वापसी करते हुए स्कोर 17-17 से बराबर कर दिया। सिंधू फिर जापानी खिलाड़ी की दो बेजां भूलों से 20- 18 की बढ़त के साथ गेम अंक पर पहुंच गयीं। यामागूची ने एक अंक लेकर स्कोर 19-20 कर दिया लेकिन सिंधू ने जबरदस्त स्मैश लगते हुए पहला गेम 21-19 पर समाप्त कर दिया।
राज प्रीति
जारी वार्ता