खेलPosted at: Dec 6 2017 7:22PM पत्थरबाज से फुटबॉलर बनीं अफ़शां को चाहिए सरकारी मदद
नयी दिल्ली, 06 दिसंबर (वार्ता) जम्मू कश्मीर में कभी पत्थरबाज जैसी घटना के लिए बदनाम हुई राज्य की महिला फुटबॉल टीम की कप्तान अफ़शां आशिक को अब फुटबॉल में अपना करियर बनाने के लिए हर तरह की असुविधाअों और परेशानियों से आज़ादी चाहिए।
23 साल की अफशां एक समय राज्य में पत्थरबाजी करने के लिए बदनाम हुई थीं। लेकिन अब वह जम्मू- कश्मीर महिला फुटबॉल टीम की कप्तान और गोलकीपर बन चुकी हैं। अफशां अब फुटबॉल में ही अपना बेहतर करियर बनाने के लिए सरकार से एक अच्छा मंच चाहती हैं जिसके लिए उन्होंने ‘जम्मू कश्मीर मुख्यमंत्री एकादश’ फुटबॉल टीम के साथ मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात भी की।
हालांकि अफशां को पत्थरबाज़ी में शामिल होने पर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा“ मैंने पत्थर इसलिये उठाया क्योंकि पुलिसवालाें ने मेरी टीम के सदस्यों की पिटाई की और उन्हें गाली दी। यदि उनका ऐसा व्यवहार नहीं होता तो मैंने शायद हाथ में पत्थर नहीं उठाया होता। मुझे अपनी इस हरकत को लेकर कोई पछतावा नहीं है।”
तीन अधिकारियों समेत 25 सदस्यीय दल में ‘जम्मू कश्मीर मुख्यमंत्री एकादश’ की टीम भी शामिल थी जिन्होंने हाल ही में कोल्हापुर में हुई महिला फुटबाल लीग में हिस्सा लिया था। टीम में 22 महिला खिलाड़ियों में से 11 जम्मू कश्मीर से, पांच कश्मीर घाटी से, चार जम्मू क्षेत्र से और दो लद्दाख से थीं।
एजाज प्रीति
जारी वार्ता