खेल » फुटबॉलPosted at: Mar 26 2017 9:09PM बंगाल 32वीं बार बना संतोष ट्राफी चैंपियन
बांबोलिम (गोवा), 26 मार्च (वार्ता) मानवीर सिंह के अतिरिक्त समय में किये गये शानदार गोल की बदौलत बंगाल ने मेजबान गोवा को रविवार को 1-0 से पराजित कर 32वीं बार संतोष ट्राफी राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता का खिताब जीत लिया। अपना 44वां फाइनल खेल रहे बंगाल ने अतिरिक्त सयम में जाकर गोवा का दिल तोड़ दिया। 71वीं संतोष ट्राफी के फाइनल में दोनों ही टीमों के बीच रोमांचक संघर्ष देखने को मिला। निर्धारित 90 मिनट तक कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई। इसके बाद अतिरिक्त समय का सहारा लिया गया जिसके पहले 15 मिनट भी बिना किसी गोल के निकल गये। लेकिन फिर मानवीर को गेंद मिली और उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुये बाएं पैर से शानदार शॉट लगाकर मैच विजयी गाेल दाग दिया। बंगाल ने बचा समय आसानी से निकाल लिया और आखिरी सीटी बजते ही उसके खिलाड़ी खुशी से झूम उठे। बंगाल ने छह साल के अंतराल के बाद इस ट्राफी पर कब्जा किया। उसने अंतिम बार 2010-11 के सत्र में मणिपुर को हराकर खिताब जीता था। पांच बार चैंपियन रहे गोवा का यह 13वां फाइनल था और उसका छठी बार यह खिताब जीतने का सपना टूट गया। बंगाल ने एक बार फिर गोवा को उसकी मेजबानी में ही शिकस्त दे दी। गोवा ने इससे पहले 1996 में संतोष ट्राफी की मेजबानी की थी और तब बंगाल ने बाईचुंग भूटिया के नेतृत्व में गोवा को फाइनल में 1-0 से हराया था। बंगाल के बसंता सिंह को सर्वश्रेष्ठ फारवर्ड और प्रोवत लाकड़ा को सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर का पुरस्कार मिला। गोवा के सेजेतन फर्नांडिज को सर्वश्रेष्ठ मिडफील्डर का पुरस्कार मिला। गोवा के गोलकीपर ब्रूनाे कोलासो को सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का पुरस्कार दिया गया। राज एजाज वार्ता