खेल » हॉकीPosted at: Dec 22 2016 7:20PM उबड़ खाबड़ रास्तों से निकलकर बने विश्व विजेता: हरेंद्र
नयी दिल्ली, 22 दिसंबर (वार्ता) भारत को जूनियर हॉकी विश्व चैंपियन बनाने वाले कोच हरेंद्र सिंह ने गुरूवार को कहा कि उन्होंने अपना पद संभालने के बाद लड़कों से कहा था कि उन्हें उनके साथ उबड़ खाबड़ रास्तों पर चलना होगा लेकिन अंत में कामयाबी उनके कदम चूमेगी। हरेंद्र ने उनके नियोक्ता एयर इंडिया द्वारा उन्हें सम्मानित किये जाने के अवसर पर यह बात कही। इस मौके पर विश्व विजेता टीम के खिलाड़ी अरमान कुरैशी ,भारतीय क्रिकेटर जयंत यादव और एयर इंडिया के सीएमडी तथा एयर इंडिया स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी मौजूद थे। लोहानी ने इस सम्मान समारोह में कोच हरेंद्र को 25 हजार रूपये और अरमान कुरैशी को 10 हजार रूपये देने की घोषणा की। हरेंद्र ने इसे अपने लिये एक बड़ा सम्मान बताते हुये कहा“ हमारे लिये यह पुरस्कार राशि नहीं बल्कि सम्मान ज्यादा मायने रखता है। एयर इंडिया ने हर समय हमारा मनोबल ऊंचा रखा जिसकी बदौलत मैं आज यहां तक पहुंच पाया हूं।” लखनऊ में भारत को जूनियर विश्व चैंपियन बनाने वाले कोच ने कहा“ मुझे खुशी है कि हमारे 18 डायमंड ने देश को मुस्कुराने का मौका दिया और इसमें एयर इंडिया का भी योगदान है। मुझे याद है कि एक बार पूर्व कप्तान धनराज पिल्लै ने मुझसे कहा था कि तुम्हारे अंदर तिरंगा बुलंदी पर ले जाने की क्षमता है और तुम वह काम कर सकते हो जो कोई विदेशी कोच नहीं कर सकता।”