राज्यPosted at: Sep 11 2018 10:21PM विद्यार्थियों के हितों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए : लालजी
पटना 11 सितंबर (वार्ता) बिहार के राज्यपाल एवं कुलाधिपति लालजी टंडन ने विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को कड़ी हिदायत देते हुये आज कहा कि विद्यार्थियों के हितों को कतई नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
श्री टंडन ने यहां राजभवन आये कई छात्र-संघों के नेताओं और प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों को कड़ी हिदायत देते हुये कहा कि विद्यार्थियों के हितों को कतई नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ही मूलतः छात्रों के लिए नियमित अध्ययन की सुविधाओं के विकास तथा उनकी समस्याआें के निराकरण के लिए जिम्मेवार है। छात्र-संघों और छात्र-संगठनों की मांगों और अनुरोधों पर विश्वविद्यालय प्रशासन को गंभीर होना पड़ेगा तथा विश्वद्यिालय और महाविद्यालय के विकास में विद्यार्थियों की पूरी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी।
राज्यपाल ने छात्र नेताओं से कहा, “आप अपने सुझाव या मांगों को तर्कपूर्ण एवं तथ्यात्मक रूप से विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के समक्ष भी रखें। बिहार में छात्र-संघों के निर्वाचित पदाधिकारियों एवं अन्य सभी छात्र-संगठनों के पदाधिकारियों एवं प्रतिनिधियों से विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों को समय निर्धारित कर निश्चित रूप से मिलना चाहिए। छात्र-संघों के पदाधिकारी, विश्वविद्यालय की कुछ समस्याओं का अत्यन्त व्यावहारिक समाधान सुझाते हैं।”
सूरज रमेश
जारी (वार्ता)