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कांग्रेस सरकार के ढंग से पैरवी नहीं करने का परिणाम उच्चतम न्यायालय का फैसला-वसुंधरा

कांग्रेस सरकार के ढंग से पैरवी नहीं करने का परिणाम उच्चतम न्यायालय का फैसला-वसुंधरा

जयपुर 17 मई (वार्ता ) राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि वर्ष 2008 में हुए जयपुर बम ब्लास्ट मामले में कांग्रेस सरकार ने ढंग से पैरवी नहीं की और उच्चतम न्यायालय का यह फैसला उसी का परिणाम है।

श्रीमती राजे ने सोशल मीडिया के माध्यम से आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसे गम्भीर प्रकरण को सरकार ने जान बूझकर हल्के में लिया, वरना निचली अदालत का फैसला उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में बरकरार रहता। इस मामले में तो सरकार के अतिरिक्त महाअधिवक्ताओं ने 45 दिनों तक पैरवी ही नहीं की। ऐसे में संशय है कि कहीं सरकार के इशारे पर तो ऐसा नहीं हुआ ।

उन्होंने कहा कि आज उन परिवारों पर क्या बीती होगी जिनके अपने उस वक्त हुए धमाकों में जान गंवा बैठे। उन धमाकों में किसी का सुहाग उजड़ा तो किसी का भाई उससे जुदा हुआ। किसी का पिता, किसी की मां, किसी की बहन, किसी के बच्चे इस हादसे में चल बसे। क्या उनकी चीखें इस सरकार के कानों तक नही पहुंच रही।

श्रीमती राजे ने कहा कि कहीं सरकार ने तुष्टिकरण के चलते तो ऐसा नहीं किया । उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में जिस तरह कोताही बरती गई, उससे स्पष्ट है कि राज्य की कांग्रेस सरकार दोषी है। सरकार की मंशा के अनुरूप जयपुर में हुए बम ब्लास्ट के आरोपी भले ही फिलहाल बरी हो गए हों, लेकिन इनके कुशासन से त्रस्त जनता समय पर इसका जवाब जरूर देगी।

उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने जयपुर में हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोट मामले में निचली अदालत द्वारा मौत की सजा पाये चार लोगों को बरी करने संबंधी राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।

जोरा

वार्ता

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