राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Mar 28 2019 9:31PM फातमी क्षेत्र की जनता से बात कर तय करेंगे आगे की रणनीति
पटना 28 मार्च(वार्ता) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री मोहम्मद अली असरफ फातमी ने लोकसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ने का संकेत देते हुए कहा कि उनके दावे को स्वीकार नहीं किया गया तो वह अपने क्षेत्र की जनता से बात कर आगे की रणनीति तय करेंगे ।
श्री फातमी ने आज यहां यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि यदि पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने से इंकार करती है तो वह अपने क्षेत्र की जनता से बातचीत कर आगे की रणनीति तय करने के लिए बाध्य होंगे । उन्होंने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने आज तक उन्हें इंतजार करने को कहा है और इसके बाद यदि कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आता है तो वह दरभंगा संसदीय क्षेत्र में जायेंगे तथा अपने समर्थकों और आम लोगों से राय विचार करेंगे ।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि श्री रघुवंश प्रसाद सिंह, मंगनी लाल मंडल, सीता राम यादव और उनके जैसे अन्य वरिष्ठ नेताओं को पार्टी में दरकिनार कर दिया गया है तथा अनजान लोगों को टिकट दिया जा रहा है। ऐसे लोगों को टिकट मिलने से अंतत: पार्टी और महागठबंधन को ही नुकसान होगा । उन्होंने कहा कि महागठबंधन में अभी कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है ।
सूत्रों के अनुसार, महागठबंधन में दरभंगा सीट राजद के खाते में जाने के बाद वहां के लिए अड़े विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी ) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने खगड़िया से चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। दरभंगा छोड़ने के बाद श्री सहनी ने अब मधुबनी सीट पर दावा ठोक दिया है। तीसरी सीट उन्हें मुजफ्फरपुर मिली है।
वीआईपी को मधुबनी सीट जाने की संभावना के बाद वहां से राजद के टिकट के दावेदार श्री फातमी ने बगावती झंडा उठा लिया है। उन्होंने श्रीमती राबड़ी देवी से मुलाकात कर बता दिया है कि वह मधुबनी नहीं तो दरभंगा से अवश्य चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में उनकी राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी से ही ठन गई है। श्री सिद्दिकी ने मीडिया में बयान दिया था कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें दरभंगा सीट से चुनाव लड़ने के हरी झंडी दे दी है । इस बीच श्री फातमी ने कल रात श्री सहनी से मुलाकात की थी और कहा था कि वह वीआईपी के चुनाव चिह्न पर भी मधुबनी से लड़ने को तैयार हैं।