खेलPosted at: Aug 20 2018 6:06PM महिला और पुरूष बैडमिंटन टीमें पदक होड़ से बाहर
जकार्ता, 20 अगस्त (वार्ता) स्टार शटलर पीवी सिंधू का एकमात्र साहसी प्रदर्शन भारतीय महिला बैडमिंटन टीम की जीत के लिये नाकाफी साबित हुआ और उसे 18वें एशियाई खेलों में सोमवार को बैडमिंटन टीम स्पर्धा में शीर्ष वरीयता प्राप्त जापान के हाथों क्वार्टरफाइनल मैच में 1-3 से हार झेलनी पड़ी।
भारतीय महिला टीम इस हार के साथ ही पदक होड़ से बाहर हो गयी। महिला टीम की हार के बाद पुरूष टीम मेजबान इंडोनेशिया के हाथों क्वार्टरफाइनल में 1-3 से हारकर पदक होड़ से बाहर हो गयी। पुरूष टीम ने कल प्री क्वार्टरफाइनल में मालदीव को 3-0 से हराया था लेकिन इंडोनेशिया के आगे भारतीय पुरूष खिलाड़ी खासा निराश कर गये।
टीम मुकाबलों के बाद अब भारत की बैडमिंटन में पदक जीतने की उम्मीदें एकल मुकाबलों में पीवी सिंधू और सायना नेहवाल पर रह गयी हैं। भारत ने एशियाई खेलों के इतिहास में आठ कांस्य पदक जीते हैं और पिछले एशियाई खेलों में भारत को सिर्फ महिला टीम स्पर्धा में कांस्य पदक मिला था।
भारतीय महिला टीम ने चार साल पहले पिछले एशियाई खेलों में टीम स्पर्धा में जापान के साथ कांस्य पदक जीता था लेकिन इस बार उसकी चुनौती क्वार्टरफाइनल में ही टूट गयी। भारतीय टीम को सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश मिला था जहां वह जापान की शेष खिलाड़ियों से पार नहीं पा सकी।
बेस्ट ऑफ फाइव के इस टूर्नामेंट में ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू ही भारत के लिये एकमात्र मैच जीत पायीं। सिंधू ने विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी अकाने यामागुची को लगातार गेमों में 21-18, 21-19 से पराजित कर भारत को बढ़त दिलाई।
लेकिन महिला युगल में एन सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी को अलग करने का निर्णय गलत साबित हुआ। सिक्की और आरती सारा को एक टीम में उतारा गया जिन्हें यूकी फुकुशिमा और सयाका हिरोतो ने लगातार गेमों में 21-15, 21-6 से हरा दिया।