भारतPosted at: Feb 20 2020 9:40PM अंतरराष्ष्ट्रीय मातृभाषा दिवस कार्यक्रम में 22 भाषाओं में बोले नायडू
नयी दिल्ली, 20 फरवरी (वार्ता) उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने देश के समग्र विकास के लिए मातृभाषा के इस्तेमाल को अनिवार्य बनाने पर जोर देते हुए अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर आज यहां आयोजित एक कार्यक्रम में 22 भाषाओं का इस्तेमाल किया।
श्री नायडू ने ‘अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस’ पर एक कार्यक्रम में संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल देश की 22 भाषाओं में लोगों को मातृभाषा दिवस की शुभकामना दी। उन्होंने अपने भाषण की शुरूआत में देश के सभी नागरिकों को उनकी भाषाओं में शुभकामनाएं दीं।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि मातृभाषा में विकास की सभी संभावनाएं है और इसमें बच्चा जो सीखता है वह रटता नहीं बल्कि अपनी सोच के साथ विषय को आत्मसात कर पढ़ता है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का प्रस्ताव बंगलादेश ने रखा था जिसके आधार पर यूनेस्को ने अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस घोषित किया।
मातृभाषा के संबंध में देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार पटेल ने कहा था मातृभाषा में सीख नहीं मिलने से बच्चे सिर्फ़ रटते हैं और सीखते नहीं है। यदि मातृभाषा में शिक्षा दी जाती है तो बच्चा सीधे विषय पर जाता है क्योंकि उस पर भाषा सीखने का दबाव नहीं होता है।
अभिनव जितेन्द्र
वार्ता