राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Oct 27 2020 8:03PM अर्जुन मुंडा ने जनजातीय वर्गों के कल्याण के लिए दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत कीनयी दिल्ली/रांची, 27 अक्टूबर (वार्ता) केन्द्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज आर्ट ऑफ लिविंग के सहयोग से जनजातीय वर्गों के कल्याण के लिए दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की। श्री मुंडा ने वेबिनार के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग यानि जीने की कला को हम वास्तविक रूप से कैसे समझे,इसके लिए गुरु रविशंकर जी देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अभियान चला रहे हैं। इस नयी योजना के तहत पंचायती राज संस्थाओं का संस्थागत विकास कैसे हो, इन सारे विषयों को ध्यान में रखी गयी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार जनजाति समाज के सशक्तिकरण के लिए बहुत सारे कानून बनाये हैं। उनके विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकारों का दो लाख करोड़ का बजटीय उपबंध है। हमें इस बात का ध्यान रखना है कि उनके पारंपरिक व्यवस्था को अक्षुण्ण रखते हुए उन्हें उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में जागरूक करना है। इससे पूर्व आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि जनजातियों से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। वे पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति बहुत जागरूक हैं। उनकी संस्कृति और परंपरा को यथावत रखते हुए उन्हें आधुनिक शिक्षा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जनजातियों,किसानों और निचले तबके के लोगों के लिए केंद्र सरकार ने बहुत अच्छी योजनायें बनायी है। हमें जल्द आत्मनिर्भर भारत बनाना है।विनय सतीशजारी वार्ता