राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Nov 30 2020 10:46PM आयुर्वेद स्नातकों को सर्जरी करने की दी गई अनुमति वापस ले सरकार : सहजानंदपटना 30 नवंबर (वार्ता) नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के सदस्य डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने सरकार से लोकहित में आयुर्वेद स्नातकों को सर्जरी करने की दी गई अनुमति वापस लेने के निर्णय वापस लेने का आग्रह किया है। इंडियन मेडिकल एसोशिएशन (आईएमए), बिहार के अध्यक्ष डॉ. सिंह ने एनएमसी अध्यक्ष सुरेश चंद्र शर्मा को सोमवार को लिखे पत्र में कहा है कि देश के किसी भी आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय में न तो शल्यक्रिया का विभाग कार्यरत है और न ही किसी आयुष स्नातक को इसका प्रशिक्षण दिया जाता है। इन परिस्थितियों में देश के अप्रशिक्षित आयुर्वेद स्नातकों को शल्यक्रिया चिकित्सा करने की अनुमति देना देश की जनता के साथ धोखा है और इससे उनकी जान को भी खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि शल्यक्रिया एक टीमवर्क है, जिसमें निश्चेतक, सर्जन एवं सहायकों की आवश्यकता होती है, जो योग्य चिकित्सकों और चिकित्सालयों द्वारा ही उपलब्ध कराई जा सकती है। आईएमए के अध्यक्ष ने कहा कि आईएमए, बिहार केंद्र सरकार के इस निर्णय का विरोध करता है और सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग करता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो आईएमए अपने सहयोगी एमएसएन और जेडीएन के साथ मिलकर राज्यव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होगा। इस दौरान जनता को होने वाली परेशानी के लिए सरकार जिम्मेवार होगी। सूरजवार्ता