राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 23 2020 9:00PM ग्रेनाइट खदानों के 30 हजार श्रमिक हुए बेरोजगारः एएसएसआईचेन्नई 23 नवंबर (वार्ता) ' साउदर्न स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ' ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडुक के 175 ग्रेनाइट खदानों में काम करने वाले 30 हजार से ज्यादा श्रमिक पिछले आठ वर्षों में बेरोजगार हुए हैं।एएसएसआई के अध्यक्ष पी राजशेखरन ने संवाददाओं का बताया कि अगस्त 2012 से पहले मदुरै जिले में राज्य सरकार द्वारा लीज पर दी गयी ग्रेनाइट की 175 खदानें थीं। कुछ आरोपों के कारण 84 ग्रेनाइट खदानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है तथा 91 खदानों को यह कहते हुए बंद कर दिया गया है कि इनमें दो वर्षों में कोई काम नहीं हुआ है। इसके कारण उद्योग तथा बैंकों को भारी नुकसान हुआ और लोगों की नौकरियां चली गयीं। उन्होंने बताया यदि एक खदान में सौ श्रमिक भी काम करते थे, तो कुल साढ़े 17 हजार ग्रामीण श्रमिक इन खदानों में काम कर रहे थे। इसके अलावा 12,500 लोग आकस्मिक और सहायक कार्यों जैसे वर्कशॉप, परिवहन संचालन, पुर्जों, बिजली, यांत्रिकी,मशीनरी आपूर्तिकर्ता तथा अन्य दूसरे कामों में कार्यरत थे। इस तरह से कुल 30 हजार लोगों ने रोज-रोटी गंवाई तथा उनके परिजन आठ सालों के दौरान मुसीबत में आ गए। श्री राजशेखरन ने बताया कि 2011-वर्ष के खातों के अनुसार प्रति साल 26.53 करोड़ के हिसाब से सरकार को 212.24 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि हुयी है। इस दौरान विदेशी मुद्रा के तौर पर 3,386.24 करोड़ रुपये की क्षति हुयी है। संतोष आशावार्ता