राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Nov 16 2018 4:57PM छत्तीसगढ़ में 10 वर्षों में बिजली दरों में हुआ 300 प्रतिशत का इजाफा - शेरगिलरायपुर 16 नवम्बर(वार्ता)कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने छत्तीसगढ़ में पिछले 10 वर्षों में घरेलू बिजली की दरों में 300 प्रतिशत के इजाफा किए जाने का आरोप लगाया है। श्री शेरगिल ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि राज्य में 2007-08 से 2018 के बिदली की दरों की अगर तुलना करेंगे तो पता चलेगा की भाजपा सरकार से सिर्फ झटका ही मिला है। घरेलू उपभोक्ताओं से आज 7.35 प्रति यूनिट बिल लिया जा रहा है,जबकि 2007-08 में यह दर दो रूपए 43 पैसे थी।तुलनात्मक रूप से बिजली बिल लगभग 300 प्रतिशत वृद्धि कर लिया जा रहा है। उन्होने कहा कि एक तरफ राज्य के उपभोक्ताओं को साढ़े पांच रूपए एवं साढ़े सात रूपये में बिजली दी जा रही है,जबकि तेलंगाना को महज चार रूपए यूनिट में बिजली बेची जा रही है। उन्होने कहा कि पावर फाइनेंस कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार देश की 40 बिजली वितरण कम्पनियों में छत्तीसगढ़ की वितरण कंपनी 31वें नम्बर पर है।इसके साथ ही राज्य सरकार के अधीनस्थ पावर प्लांटों में पावर लोड फैक्टर(पीएलएफ)लगातार घट रहा है।उन्होने कहा कि इससे साफ है कि राज्य का बिजली क्षेत्र कुप्रबन्ध से जूझ रहा है। राज्य के मडवा बिजली परियोजना के निर्माण में देरी के लिए रमन सरकार को उन्होने कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि इसके निर्माण में देरी की वजह से इसकी लागत में तीन हजार करोड रूपए का इजाफा हो चुका है।उन्होने इसके लिए रमन सरकार को जिम्मेदार ठहराया।उन्होने प्रधानमंत्री के मिजोरम के एक गांव में बिजली पहुंचने के बाद देश के सभी गांवों में बिजली पहुंचने के दावे को एक और जुमला करार देते कहा कि केवल छत्तीसगढ़ में 122 गांव एवं छह हजार बसाहटों में बिजली नही पहुंची है।अंकित.साहूवार्ता