राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Apr 19 2024 7:01PM बस्तर लोकसभा के संवेदनशील इलाके में बढ़चढ़ कर मतदानजगदलपुर, 19 अप्रैल (वार्ता) छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा के प्रथम लोक सभा चुनाव में आज अति संवेदनशील इलाके में मतदाताओं में खास तौर पर महिलाओं में भारी उत्साह था जबकि शहरी इलाके में ग्रामीण इलाके की अपेक्षा कम था और वहीं दुल्हा दुल्हन ने भी वोट डाला, अंदरूनी इलाके के मतदान दल वापस आ रहे हैं।नारायणपुर संवेदनशील इलाकों में मतदाताओं में भारी उत्साह देखा गया। संवेदनशील क्षेत्र कुरूसना में भी बडी संख्या में नक्सलियों के बहिष्कार को दर किनार करते हुए मतदाताओं ने पुरे जोश के साथ सबेरे से घर से निकल कर मतदान केंद्रो में पहुंच कर मतदान कियें। मतदान केंद्रो पर महिलाओं और पुरूषों की भारी भिड़ दिखाई दी। नारायणपुर इलाके में नारायणपुर के छोटे डोंगर में सुबह 5 बजे से लंबी कतार लगी हुई थी। जब जवानों ने गेट खोला तो मतदाताओं ने दौड़ लगाया। सुकमा जिले में केरला पाल के ग्राम पंचायत सिरसटी और पौंगा भेजी के मतदाता 15 से 20 किलो मीटर पैदल चल कर अपने मत का उपयोग किया। इस बार पौंगाभेजी में मतदान केंद्र नहीं बना केरला पाल में मतदान केंद्र शिफ्ट किया गया जिसके कारण 15 से 20 किमी. पैदल चल कर मतदाता मतदान केंद्र पहुंचे जबकि इस इलाके मेें नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार किया था। बीजापुर जिले में नक्सली प्रभावित क्षेत्र पालनार में जो दो दशक से मतदान विराम हो चुका था तथा सलवाजुडुम के दौरान जो गांव उजड गए थे। जो सुरक्षा कैंप के स्थापित होने से नतिजा यह हुआ की यहां दो दशक के बाद मतदान देना शुरू हो पाया। गांव तक पहुंचने में पकडंडियों का सहारा लेना पडता है जंगल है नक्सलियों का खतरा है, गांव में साफ पीने का पानी भी नहीं है। पर फिर भी इस बार मतदाताओं में भारी रूचि देखी गई।वहीं दंतेवाडा जिले के अबूझमांड इलाके में गांव के प्रवेश द्वार के पास इंद्रावती के पास एक किलो मीटर लंबा पुल बनने के बाद पहुलनार गांव में मतदान का मार्ग प्रशस्त कर दिया। 40 मतदान केंद्रो में से स्थानीय अबादी और मतदान केंद्र के बीच औसत दूरी घटा कर दूरी कम कर दी गईं। इन्द्रावती के पास स्थित गांव तुम्हरीगुड़ा पहुरनार में सुबह से ही मतदान केंद्र में महिलाओं की भीड लगी हुई थी। केंद्रीय सुरक्षा बल के अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा की चुनौती बरकरार हैं चूंकि कुछ दूर हण्डवा में रेड जोन शुरू हो जाता हैं। यह इलाका पहाडियों और घने जंगलो से घिरा हुआ है। सं नागवार्ता